टोकन मिलने के बाद हुआ चारधाम यात्रियों का पंजीकरण

ऋषिकेश। चारधाम यात्रियों की सुविधा के लिए शासन ने टोकन सिस्टम लागू किया है। शुक्रवार को टोकन मिलने के बाद ही चारधाम यात्रियों का पंजीकरण हुआ। इसके बाद यात्री देवधाम के लिए बसों से रवाना हुए। स्लॉट पांच हजार होने के बाद प्रशासन को भी राहत मिली है। ऋषिकेश में चारधाम यात्रा लड़खडाने के बाद बीते गुरुवार को दून के डीएम डॉ. आर राजेश कुमार और एसएसपी जन्मेजय खंडूरी को ऋषिकेश की दौड़ लगानी पड़ी थी। उन्होंने चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को देखा और चारधाम यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए शासन की तरफ से पंजीकरण के लिए टोकन सिस्टम लागू करने की बात कही। साथ ही स्लॉट की संख्या भी तीन हजार से बढ़ाकर पांच हजार कर दी गई। शुक्रवार को टोकन सिस्टम के जरिए चारधाम यात्रियों का पंजीकरण किया गया। इसके बाद प्रशासन को थोड़ी राहत मिली। शुक्रवार को एसपी देहात कमलेश उपाध्याय, सीओ डीसी ढौंडियाल और कोतवाल रवि सैनी ने चारधाम यात्रा बस अड्डा परिसर में व्यवस्थाएं देखीं।

सीओ ने यात्रियों को बांटे फल:  एक सामाजिक संस्था के सहयोग से सीओ डीसी ढौंडियाल ने यात्रा पंजीकरण काउंटर पर कतार में खड़े यात्रियों को फल वितरित किए। इसके अलावा यात्रियों को एसडीआरएफ की टीम ने ठंडा पानी भी पिलाया। इससे बुजुर्ग यात्रियों को काफी हद तक राहत मिली। पुलिस प्रशासन की व्यवस्था को उन्होंने सराहा भी।

बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए अलग व्यवस्था:  चारधाम यात्रियों के पंजीकरण का जिम्मा संभाल रही एसडीआरएफ ने दिव्यांग और बुजुर्गों के लिए अलग व्यवस्था की है। स्लॉट बढ़ने के बाद एसडीआरएफ की टीम बुजुर्गों और दिव्यांग जनों के पास जाकर उनका पंजीकरण कर रही है। एसडीआरएफ उपनिरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।


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