टीएमसी एमपी व फिल्म एक्ट्रेस मिमी चक्रवर्ती की फर्जी वैक्सीन लेने के बाद बिगड़ी तबीयत

कोलकाता (आरएनएस)। पश्चिम बंगाल के कोलकाता में फर्जी वैक्सीनेशन का शिकार हुई बांग्ला फिल्म ऐक्ट्रेस व एमपी मिमी चक्रवर्ती की तबीयत बिगड़ गई है। मिमी चक्रवर्ती के ऑफिस की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि फर्जी वैक्सीन लेने के बाद से ही उन्हें लिवर में दर्द की शिकायत है। फर्जी वैक्सीन लेने के बाद से ही वे बीमार हैं और डॉक्टर्स ने उन्हें आराम करने की सलाह दी है। बता दें कि मिमी चक्रवर्ती आज एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस करनी थी। वहीं उधर कोलकाता में रबीन्द्रनाथ टैगोर की एक प्रतिमा ने नीचे लगे शिलापट से फर्जी आईएएस देबंजान देब का नाम हटा दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक कोलकाता नगर निगम ने बीती देर शाम रबीन्द्रनाथ टैगोर की प्रतिमा के शिलान्यास करने वालों में शामिल रहे फर्जी आईएएस के नाम को हटवा दिया है। इस शिलान्यास पट पर फर्जी आईएएस देबंजान देब का नाम सांसद सुदीप बंदोपाध्याय, विधायक नणय बंदोपाध्याय और केएमसी प्रशासक फिरहाद हकीम के साथ लिखा हुआ था। देबंजान देब के साथ एक टीएमसी नेता के संबंधों के चर्चा में आने के बाद इस पत्थर को ्यरूष्ट ने शुक्रवार रात आनन-फानन में हटा दिया है। इससे पहले कोलकाता पुलिस ने देबंजान के तीन साथियों सुशांत दास, राबिन सिकदर और शांतनु मन्ना को भी गिरफ्तार कर लिया था।
देबंजान देब और उसके तीन साथियों पर सरकारी ठेके दिलाने के नाम पर अलग-अलग लोगों से करीब 1 करोड़ रुपए की ठगी करने का आरोप है। कोलकाता के कसबा थाने में इन लोगों के खिलाफ 3 और नए मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक ये गैंग की तरह काम कर रहे थे। इन्होने एक प्राइवेट कंपनी से 1। 2 लाख रुपए लिए थे जिसके बदले 172 लोगों का फर्जी वैक्सीनेशन किया गया था। इसके आलावा एक कांट्रेक्टर से 90 लाख रुपए लिए थे और बदले में उसे स्टेडियम बनाने का ठेका दिलाने का वादा किया था। इन सभी लोगन ने मिलकर एक फार्मा कंपनी से भी सरकारी ठेका दिलाने के नाम पर 4 लाख रुपए लिए थे।
कोलकाता पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार फर्जी आईएएस अधिकारी देबंजान देब बीते चार महीने से खुद को कोलकाता नगर निगम में संयुक्त आयुक्त बताकर लोगों से पैसे ठग रहा था। देब ने अपने परिवार से भी बताया कि वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) का अधिकारी बन गया है। मिली जानकारी के मुताबिक 28 वर्षीय देब सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के दौरान कई पुलिस अधिकारियों और नेताओं के संपर्क में आया।
पुलिस ने बताया कि  ‘देब संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी कर रहा था और वर्ष 2018 में उसने अपने पिता और रिश्तेदारों को बताया कि उसने परीक्षा पास कर ली है और आईएएस अधिकारी बन गया है।’ पुलिस ने देब को कथित तौर पर खुद को आईएएस अधिकारी के रूप में पेश करने और कस्बा इलाके में कोविड-19 टीकाकरण शिविर आयोजित करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस शिविर में अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस सांसद मिमी चक्रवर्ती को भी टीका लगाया गया था।