तकनीकी विवि पर अनियमितता के आरोप में छात्रों का हंगामा

देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में डीएवी छात्रों द्वारा किए गए प्रदर्शन और तालेबंदी के मामले में कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय द्वारा फर्जी तरीके से डिग्रियां बांटी जा रही हैं, जिसमें फेल छात्रों को भी डिग्रियां दी जा रही हैं। इसके अलावा, उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन प्रक्रिया में गोपनीयता भंग होने का भी आरोप है। छात्रों ने कहा कि शिक्षकों को यूजर नेम और पासवर्ड देकर उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय ने गोपनीयता भंग की है, जिससे कई शिक्षक घर बैठे अपने परिवार के साथ मिलकर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रहे हैं।
इसके अलावा, छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि सफाईकर्मी को भी कापी चेक करने का लॉग इन पासवर्ड दिया गया है, जिससे उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया और भी संदिग्ध हो गई है। छात्रों ने वीसी डॉ. ओंकार सिंह और परीक्षा नियंत्रक डॉ. वीके पटेल को तत्काल हटाने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने विश्वविद्यालय का वीसी राज्य के किसी मूल निवासी को बनाने की भी मांग की है, ताकि वह पहाड़ के युवाओं का हित देख सके।
इस मामले में छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय प्रशासन तत्काल इन गलतियों को सुधारे और पारदर्शिता बनाए रखे। उन्होंने यूएमएस और ईआरपी सिस्टम को बदलने की भी मांग की है, ताकि भ्रष्टाचार और गलतियों को रोका जा सके।
इस प्रदर्शन में एनएसयूआई जिलाध्यक्ष हिमांशु रावत, अतुल सक्सेना, आकाश वर्मा, सौरभ सेमवाल, स्वयं रावत, आदित्य राणा, दक्ष रावत, मधुरम शर्मा, और कबीर मलिक सहित कई लोग मौजूद रहे।