सीरिया में हो रहे एकतरफा चुनाव जिसमें राष्ट्रपति बशर अल-असद की जीत तय
![](https://rnsindianews.com/wp-content/uploads/2022/03/WhatsApp-Image-2022-03-09-at-9.52.12-AM-650x450.jpeg)
दमिश्क। युद्धग्रस्त सीरिया की सरकार के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में लोग राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में मतदान करने मतदान केंद्रों पर पहुंचे। आसार हैं कि राष्ट्रपति बशर असद को चौथी बार सात वर्ष का कार्यकाल मिल सकता है। दस वर्ष पहले देश में संघर्ष शुरू हुआ था तब से यह दूसरा राष्ट्रपति चुनाव है। हालांकि विपक्षी दलों और पश्चिमी देशों ने इस चुनाव को खारिज कर दिया है। पांच दशक से इस पद पर असद के परिवार के सदस्य ही काबिज रहे हैं। राष्ट्रपति पद के लिए इस बार दो और उम्मीदवार मैदान में हैं जिनके नाम हैं अब्दुल्ला सालौम अब्दुल्ला और महमूद अहमद मैरी। लेकिन यह प्रतिस्पर्धा सांकेतिक ही मालूम पड़ती है। सुबह सात बजे से हजारों की संख्या में लोग दश्मिक के मतदान केंद्रों पर वोट डालने पहुंचे। यहां की सड़कों पर असद के समर्थन में पोस्टर और बैनर हर ओर नजर आते हैं। बीच में अन्य उम्मीदवारों का एकाध पोस्टर भी दिख जाता है। उत्तरपूर्वी सीरिया में मतदान नहीं होगा क्योंकि यहां पर अमेरिका समर्थित कुर्दिश लड़ाकों का नियंत्रण है और न ही उत्तर पश्चिमी इदलिब प्रांत में मतदान हो रहा है, जहां पर विद्रोहियों का कब्जा है। वहीं दक्षिणी प्रांत दारा और स्वीडा समेत सरकार के नियंत्रण वाले कई क्षेत्रों में लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया है। बाइडन प्रशासन ने कहा है कि वह सीरिया में चुनाव के परिणाम को तब तक मान्यता नहीं देगा जब तक कि संयुक्त राष्ट्र और सीरियाई समाज के सभी प्रतिनिधियों की निगरानी में निष्पक्ष मतदान नहीं होता। विदेशों में रहने वाले सीरियाई लोगों ने पिछले हफ्ते मतदान किया था। यहां पर असद वर्ष 2000 से सत्ता में हैं। इससे पहले 30 वर्ष तक यहां उनके पिता हाफेज का शासन था।