स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मियों ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया

पिथौरागढ़। स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मियों ने सरकार की दोहरीनीति को अन्यायपूर्ण बताया है। कहा एक ही पद के बावजूद सरकार ने कर्मियों के लिए अलग-अलग मानक तय किए हैं, जो सरासर गलत है। उन्होंने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया है। कहा दो सूत्रीय मांग को लेकर आठ दिनों से विरोध जताने के बाद भी सरकार ने एक बार भी उन्हें वार्ता के लिए नहीं बुलाया। मंगलवार को अध्यक्ष ललित शाह के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मी जिला अस्पताल में एकत्र हुए। इस दौरान उन्होंने प्रभारी पीएमएस डॉ. केसी भट्ट के माध्यम से निदेशालय को ज्ञापन भेजा। इस दौरान ललित ने कहा एक तरफ डॉक्टर्स व स्टाफ नर्स संगठन को वार्ता के लिए बुलाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरह बीते सात दिनों से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दो सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रह हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। उपाध्यक्ष ममता चंद ने कहा चतुर्थ श्रेणी कर्मी अपने कार्य के अलावा अस्पताल के अन्य कार्यो में भी सहयोग करते हैं। मरहम पट्टी से लेकर पलास्टर, ओटी, लैब, ब्लड बैंक, एक्सरे आदि कार्य करते है। बावजूद इसके कर्मचारियों के कार्य को कभी सराहा नहीं जाता। कर्मियों ने ग्रेड पे 4200 व पशुपालन विभाग की तर्ज पर कर्मियों की पदोन्नति करने की मांग की है। उन्होंने निदेशालय से प्रांतीय पदाधिकारियों को द्विपक्षीय वार्ता के शीघ्र बुलाने की अपील की है। ज्ञापन देने वालों में भूपेन चंद्र, रोशन, गोविंद पंत, कुंडल, विनोद जोशी, देव सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।

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