स्टाफ नर्सों के कार्य बहिष्कार से लड़खड़ाई अस्पतालों में व्यवस्था

पिथौरागढ़। सीमांत में स्टाफ नर्सो के कार्य बहिष्कार से सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था लड़खड़ा गई है। पहले से ही स्टाफ की कमी से अस्पताल जूझ रहे हैं। ऐसे में स्टाफ नर्सो के कार्य बहिष्कार पर चले जाने से अस्पताल प्रबंधन की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। इमरजेंसी सेवा से लेकर ओपीडी, ऑपरेशन अब कुछ नियमित स्टाफ नर्सो के भरोसे संचालित हो रहा है। जनपद में दूसरे दिन भी स्टाफ नर्सें कार्य बहिष्कार पर रहीं। शुक्रवार को संविदा एंव बेरोजगार स्टाफ नर्सो ने कलक्ट्रेट पहुंचकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। स्टाफ नर्स कंचन महर सहित अन्य लोगों ने कहा सरकार वर्षो से उनकी अनदेखी करती आई है। कोविड जैसी विपरीत परिस्थतियों में भी उन्होंने अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन किया। बावजूद इसके सरकार ने उनकी मांगों को लेकर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने कहा जब तक सरकार वर्षवार भर्ती प्रकिया शुरू और रिक्त पदों पर विज्ञप्ति जारी नहीं कर देती वे कार्य पर नहीं लौटेंगे। जिले भर में संविदा के तहत 65 स्टाफ नर्से विभिन्न अस्पतालों में कार्यरत हैं। एकाएक उनके कार्य बहिष्कार पर जाने से लोगों को खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। यहां नीलम सिंह, रेनू आर्या, नयीम अंसारी, बबीता आर्या, निधि पवार, भावना जोशी, भावना आर्या, सोनू धामी, बसंती धामी, ऊषा भंडारी आदि रहीं।

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