नौणी परिसर के भवनों व कार्यालय भवनों के ऊपर सौर ऊर्जा पैनल स्थापित किए जाएंगे : कुलपति


 आरएनएस ब्यूरो सोलन।
 जिला सोलन पत्रकार संघ के तत्वावधान में आयोजित सोमवार को सोलन के सर्किट हाउस में प्रशासन प्रेस के द्वार कार्यक्रम में नौणी विश्वविद्यालय के कुलपति डा. परमिंदर कौशल ने कहा कि बागवानों व किसानों के लिए नौणी विश्वविद्यालय काम कर रहा है। सेब और सब्जियों की विकसित किस्मों के माध्यम से सेब व सब्जी की उत्पादन क्षमता को बढ़ाया जा रहा है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक शिक्षा, अनुसंधान और विस्तार के माध्यम किसानों व बागवानों की आय को दोगुना करने का प्रयास कर रहा है और इसमें काफी हद तक सफलता भी मिल रही है।

उन्होंने कहा कि हाल ही में आईसीएआर ने विश्वविद्यालय को 25 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट स्वीकृत किया है।  इसके तहत बीएससी वानिकी एवं औद्यानिकी के शिक्षारत छात्र-छात्राओं को विदेशों में घुमाया जाएगा और विदेशों के प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में किस प्रकार की प्रयोगशाला है और किस प्रकार का अनुसंधान व शोध कार्य हो रहा है। इसके साथ ही यहां के प्राध्यापक भी विदेश के विश्वविद्यालयों से शिक्षा को लेकर आदान-प्रदान करेंगे।
कुलपति ने कहा कि अध्यापक व गैर अध्यापक श्रेणी के खाली पड़े पदों को भरने की प्रक्रिया भी पूरी की जा रही है।

इसके तहत 55 सहायक वैज्ञानिकों के पद भरे जा चुके हैं जबकि 50 पदों को भरने के लिए चयन प्रक्रिया की औपचारिकताओं को पूरा किया जा चुका है और जल्द ही यह 50 रिक्त पद भी भरे जाएंगे। विश्वविद्यालय कृषि विज्ञान केंद्रों व अनुसंधान केंद्रों के माध्यम से किसानों व बागवानें के बगीचों व खेत खलियान तक पहुंच रहा है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने सेब समेत अन्य फलों की ऐसी किसमें विकसित की है जिसकी पैदावार क्षमता कई गुणा ज्यादा है।

कुलपति ने कहा कि नौणी परिसर में बिजली पर सालाना करीब 2 करोड़ रुपए का खर्च होता है इसको कम करने के लिए परिसर की भवनों व कार्यालय भवनों के ऊपर सौर ऊर्जा पैनल स्थापित किए जाएंगे ताकि सौर ऊर्जा से बिजली को पैदा किया जा सके। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है और छात्रावास की संख्या को भी बढ़ाया गया है। नौणी परिसर में इलेक्ट्रिक बसों को भी जल्द चलाया जाएगा।

Powered by myUpchar

error: Share this page as it is...!!!!
Exit mobile version