सिद्धसौड़ में घर-घर जाकर किया मां इन्द्रासणी ने भ्रमण
रुद्रप्रयाग (आरएनएस)। सिलगढ़ की अराध्या देवी मां इंद्रासणी ने जखोली ब्लाक के सिद्धसौड़ और जखनोली में घर-घर जाकर भक्तों की कुशलक्षेम पूछी। गांव में भ्रमण के बाद देवी रात्रि प्रवास के लिए जखनोली गांव पहुंची, जहां स्थानीय लोगों ने डोली का अक्षत एवं पुष्पों से जोरदार स्वागत किया। बीते 26 नवम्बर से मां इंद्रासणी की देवरा यात्रा लगातार गांव-गांव भ्रमण कर रही है। गुरुवार को सुबह सिद्धसौड़ में भ्रमण कर देवी रात्रि प्रवास के लिए जखोली ब्लॉक के जखनोली पहुंची। इससे पहले सुबह पुजारी ने सिद्धसौड गांव में मां इन्द्रासणी की भोगमूर्तियों की विशेष पूजा-अर्चना कर भोग लगाया। जिसके बाद मां की देवरा यात्रा गांव में घर-घर जाकर अपने भक्तों की कुशलक्षेम पूछी। वहीं भक्तों ने पुष्प एवं अक्षतों से मां का स्वागत किया। साथ ही लाल चुनरी, धूप पिठाई के साथ ही फलों का अर्घ्य भी लगाया। इस दौरान डोली ने नृत्य कर भक्तों को अपना आशीर्वाद भी दिया। रात्रि प्रवास के लिए देवरा यात्रा जखनोली गांव पहुंची। दो माह तक चलने वाली देवरा यात्रा के दौरान मां की डोली सिलगढ़, बड़मा, भरदार, लस्या, नागपुर के 60 गांवों का भ्रमण कर चुकी है। भ्रमण कार्यक्रम पूरा होने के बाद 27 जनवरी को मां की इन्द्रासणी की डोली वापस कंडाली गांव पहुंचेगी। दो दिन कंडाली में गांव में विश्राम करने के उपरान्त 30 जनवरी की डोली मूल मंदिर पहुंचेगी। 12 वर्षो बाद 30 जनवरी से कंडाली स्थित इन्द्रासणी मंदिर में महायज्ञ का विधिवत शुभारंभ होगा। 6 फरवरी को जल यात्रा एवं 7 फरवरी को पूर्णाहुति के साथ महायज्ञ का समापन होगा। इस अवसर पर मठापति सुरेंद्र चमोली, मंदिर समिति के अध्यक्ष जगत सिंह बुटोला, ओपी बहुगुणा, सचिव राम चन्द्र राणा, बलवीर सिंह, शिव प्रसाद, वीरबल सिंह समेत कई बड़ी संख्या में भक्त मौजूद थे।