श्रद्धालुओं ने पितृ अमावस्या पर गंगा घाटों में तर्पण किया
ऋषिकेश(आरएनएस)। पितृ अमावस्या पर बुधवार को ऋषिकेश के गंगा घाटों में गंगा स्नान और दान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। कई राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने स्नान, तपर्ण और पिंडदान किया। यह सिलसिला बुधवार को सुबह से शाम तक चलता रहा। तीर्थनगरी के तमाम गंगा घाटों में पितृपक्ष की अमावस्या पर भारी भीड़ उमड़ी। गंगा में स्नान के लिए श्रद्धालु बुधवार तड़के तीन बजे से ही पहुंचना शुरू हो गए थे। त्रिवेणी घाट, साईं घाट, नाव घाट, दयानंद घाट, रामझूला घाट, सीता घाट, दयानंद घाट, पूर्णानंद घाट आदि जगहों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। यहां दिल्ली, एनसीआर, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, सहारनपुर आदि के साथ ही हरियाणा, राजस्थान आदि जगहों के श्रद्धालु पहुंचे। इसके अलावा स्थानीय लोगों ने भी गंगा स्नान किया। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पूजन और विधि विधान के साथ अपने पितरों का तर्पण किया। साथ ही गंगा घाटों पर मौजूद पंडित पुरोहितों से संस्कार भी करवाया। तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने बताया कि पितृ अमावस्या पर पानी में तिल मिलाकर नहाने और पीपल में कच्चा दूध चढ़ाने से पितर प्रसन्न होते हैं। इस दिन श्राद्ध, तर्पण, पूजा पाठ और दान की परपंरा है। पितृ अमावस्या के दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है, जिनके परिजनों को पितरों की देहांत की तिथि याद नहीं है। इस दिन श्राद्ध करने से भोजन पितरों को स्वत: मिल जाता है।