शिक्षकों ने शुरू किया क्लस्टर स्कूल व्यवस्था का विरोध

देहरादून। प्रदेश सरकार की ओर से प्रस्तावित क्लस्टर स्कूल व्यवस्था का शिक्षकों ने विरोध शुरू कर दिया है। राजकीय शिक्षक संघ ने इसे गलत प्रयोग बताते हुए वापिस लेने की मांग की।
संघ के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष श्याम सिंह सरियाल ने कहा कि ये प्रयोग भी विभाग के अन्य प्रयोगों की तरह फेल साबित होगा। कहा कि वर्तमान स्कूल की भौगोलिक परिस्थितियों को नवीन क्लस्टर स्कूल कैसे पूर्ण करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि गलत दूरी दिखाकर स्कूलों को क्लस्टर में शामिल करना अनुचित है। जिन स्कूलों को क्लस्टर बनाया गया वहां पर सुविधाओं का अभाव है। अधिक छात्र संख्या का दबाव ये स्कूल झेलने मे सक्षम नहीं है।
भविष्य में स्कूलों को बंद करने की किसी भी योजना का राजकीय शिक्षक संघ गढ़वाल मंडल शाखा पुरजोर विरोध करेगी। संघ के मंडल प्रवक्ता पूरण चंद्र धस्माना ने कहा कि स्कूलों के बंद होने के पीछे वहां समय पर पुस्तकें न भेजना शिक्षक और प्रधानाचार्य की कमी और जरूरी संसाधनों का अभाव सबसे बड़ा कारण हैं। इन्हें दूर करने पर सरकार को ध्यान देना होगा। कहा कि राजकीय माध्यमिक स्कूलों का पूर्व से ही अलग वयवस्था रही है। प्राथमिक स्कूलों को माध्यमिक स्कूलों के साथ क्लस्टर विद्यालयों के साथ जोड़ना उचित नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार नहीं मानती तो इसे लेकर आंदोलन किया जाएगा।

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