शीशमबाड़ा प्लांट में कूड़ा डंप करने पर रोक लगाने की मांग

विकासनगर। शीशमबाड़ा वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट से निकल रही दुर्गंध और गंदे पानी से परेशान स्थानीय लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर प्लांट में कूड़ा डंप करने पर रोक लगाने की मांग की है। पछुवादून संघर्ष समिति के बैनर तले सौंपे गए ज्ञापन में स्थानीय जनता कई आरोप प्लांट का रखरखाव करने वाली कंपनी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर लगाए हैं। ज्ञापन में बताया कि नगर निगम के महापौर, सहसपुर विधायक समेत शासन-प्रशासन स्वीकार कर रहा है कि शीशमबाड़ा में वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट नहीं बल्कि सिर्फ डंपिंग यार्ड है। बावजूद इस प्लांट को अव्यवस्था के साथ संचालित करते हुए देहरादून शहर समेत पछुवादून के कई कस्बों का कूड़ा डालकर स्थानीय जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। बताया इन दिनों गर्मी बढ़ने के साथ ही कूड़े से निकलने वाली दुर्गंध भी बढ़ गई है। कूड़े से रिसने वाला गंदा पानी सड़कों और गलियों में फैल रहा है, जिससे पूरे क्षेत्र में गंभीर बीमारियां फैलने का खतरा पैदा हो गया है। बताया कि नगर निगम प्रशासन और सरकार ने देहरादून शहर के कूड़े को डंप करने के लिए सेलाकुई और आसपास के क्षेत्र में रहने वाली करीब 50 हजार की आबादी के जीवन को संकट में डाल दिया है। प्लांट से करीब 50 मीटर की दूरी पर ही कई शिक्षण संस्थान हैं, जिनमें हजारों छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। कूड़े से निकलने वाली दुर्गंध से छात्रों के भी बीमार होने का खतरा बना हुआ है। कई बार आंदोलन करने के बावजूद प्लांट में लगातार कूड़ा डंप किया जा रहा है। जनता के आंदोलनों पर सरकार के मौन साधे रहने से जाहिर है कि प्रदेश सरकार जनता की जिंदगी के प्रति संवेदनहीन बनी हुई है। ज्ञापन सौंपने वालों में समिति के अध्यक्ष चैतन्य अनिल गौड़, सचिव राज गंगसारी, कै. फूल सिंह, विमला देवी आदि शामिल रहे।