शराब के विरोध में दराती लेकर सड़कों पर उतरीं महिलाएं

अल्मोड़ा। देवलीखेत में शराब की दुकान खोले जाने के विरोध में महिलाओं का जनसैलाब सड़कों पर उमड़ पड़ा। नाराज महिलाओं ने दराती और कुदाल लेकर “देनी है तो शिक्षा दो, देना है तो रोजगार दो” के नारे लगाते हुए पूरे बाजार में विरोध मार्च निकाला। बिनसर महादेव धाम के पास सोनी देवलीखेत में शराब की दुकान खोलने का विरोध लगातार तेज हो रहा है। इसी क्रम में सोमवार को महिला उद्यमी प्रीति पंत और सरस्वती देवी ने क्रमिक अनशन स्थल पर पहुंचकर आंदोलन को अपना समर्थन दिया। प्रीति पंत ने कहा कि अगर बिनसर महादेव धाम को पर्यटन से जोड़ा जाता, तो यहां ऑटो रिक्शा संचालन जैसी योजनाओं से महिलाओं और युवाओं को रोजगार मिल सकता था। लेकिन सरकार इस क्षेत्र को पर्यटन से जोड़ने के बजाय शराब की सौगात दे रही है, जो पूरी तरह से गलत है। दीपक करगेती ने आरोप लगाया कि देवलीखेत में विधायक के इशारे पर शराब की दुकान खोल दी गई है, अब विधायक इसके उद्घाटन में जाएंगे या नहीं, लेकिन “नशा हटाओ, पहाड़ बचाओ” समिति का बैनर वहां जरूर लगाया जाएगा। शराब दुकान के विरोध में आज महिलाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। हिमांशु आर्या के नेतृत्व में महिलाओं ने सड़कों पर उतरकर गुस्सा जाहिर किया। सरस्वती देवी ने कहा कि शांत ग्रामीण क्षेत्र को सरकार ने बर्बाद करने का फैसला कर लिया है, लेकिन अब हम भी चुप नहीं बैठेंगे और इसका पुरजोर विरोध करेंगे। प्रदर्शन में पिंकी शर्मा, हिमानी भट्ट, शकुंतला देवी, तुलसी देवी, कविता गोसाईं, दीपा नेगी, दीपा सती, सुशीला देवी, भागुली देवी, कमला देवी, मधुली देवी, मोहिनी देवी, नीतू असवाल, प्रभा देवी समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं शामिल रहीं। धरना स्थल पर हेमंत रौतेला, गीता पंवार, तारा देवी और अन्य लोगों ने भी विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।