शनिवार को भारतीय सेना को मिलेंगे 343 युवा सैन्य अफयर
देहरादून(आरएनएस)। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से शनिवार को अंतिम पग पार कर 343 युवा सैन्य अफसर भारतीय सेना का हिस्सा बन जाएंगे। इस दौरान 12 मित्र राष्ट्रों के 29 कैडेट भी पास आउट होंगे। पीओपी से पहले मंगलवार को डिप्टी कमांडेंट परेड में भावी अफसरों की परेड की तैयारी परखी गई। डिप्टी कमांडेंट और अकादमी के मुख्य प्रशिक्षक मेजर जनरल आलोक जोशी ने डिप्टी कमांडेंट परेड की सलामी की। आईएम के एतिहासिक चेटवुड ड्रिल स्क्वायर पर 343 भारतीय और 29 विदेशी कैडेटों ने अपनी बेदाग उपस्थिति और सटीक मार्चिंग का प्रदर्शन किया। इस मौके पर मेजर जनरल आलोक जोशी ने कहा कि कैडेटों की सराहना की। उन्हें भारतीय कैडेटों को सेना में बेहतरीन अधिकारी बनने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने सेना की वीरता, सम्मान, लोकाचार और उत्कृष्ट परंपराओं के प्रमुख गुणों के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने कैडेटों में जोश भरते हुए कहा कि जब आप आज अपने सितारे पहनते हैं, तो याद रखें कि वे कितना वजन रखते हैं। इतिहास का वजन, परंपरा का वजन और उन अनगिनत नायकों का वजन जिन्होंने पहले सेवा की है। आप और आपका प्रत्येक कदम उन लोगों के बलिदान का प्रमाण है जिन्होंने हमारे राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन लगा दिया है। उन्होंने आपकों अपनी विरासत सौंपी है और व्यावसायिकता, सत्यनिष्ठा और करुणा के उच्चतम मानकों का उदाहरण देकर उनकी स्मृति का सम्मान करना आपका परम कर्तव्य है। यह कभी न भूलें कि एक लीडर होने का मतलब केवल आदेश देना या सम्मान देना नहीं है। यह उन लोगों का सम्मान और विश्वास अर्जित करने के बारे में है जिनका आप नेतृत्व करते हैं। डिप्टी कमांडेंट ने 12 मित्र देशों के कैडेटों को उनके प्रशिक्षण के सफल समापन पर बधाई दी और उनकी आगे की सफलता की कामना की।