सरकार के निर्णय के खिलाफ परिवहन कारोबारी जाएंगे कोर्ट

ऋषिकेश। विक्रम और ऑटो के परमिट को डीजल से बदलकर सीएनजी में किए जाने पर उत्तराखंड विक्रम टैम्पो महासंघ ने विरोध जताया है। इसके विरोध में महासंघ ने सरकार को न्यायालय की शरण में जाने की चेतावनी दी है। बुधवार को नगर निगम ऋषिकेश के स्वर्ण जयंती सभागार में उत्तराखंड विक्रम टैम्पो महासंघ की बैठक हुई। बैठक में महासंघ अध्यक्ष महंत विनय सारस्वत ने कहा कि उत्तराखंड में सरकारी अधिकारी पूंजीपतियों से मिल कर उन्हें फायदा पहुंचाने के लिए विक्रम एंव ऑटो को सड़कों से हटाने का प्रयास कर रहे हैं। आरोप लगाया कि एनजीटी ने 10 वर्ष आयु सीमा से अधिक कॉमर्शियल वाहनों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए विचार करने को कहा था, लेकिन आरटीए की बैठक में उद्योगपतियों के दवाब में विक्रम और ऑटो को बाहर करने का आदेश दे दिया गया। अब सरकार डीजल से चलने वाले विक्रम और ऑटो को हटाने में लगी है। जबकि अभी इन वाहनों की आयु सीमा बची हुई है। कहा कि सरकार अगर नहीं चेती तो महासंघ न्यायालय की शरण में जाएगा। मौके पर विक्रम यूनियन ऋषिकेश के उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह सजवाण, कोषाध्यक्ष हरिमोहन, त्रिलोक भंडारी, सुनील शर्मा, पंकज वर्मा, फेरू जगवानी, सुरेश जाटव, सरदार चंदन सिंह, द्वारिका प्रसाद आदि उपस्थित रहे।


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