संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने समान कार्य पर समान मानदेय की मांग की

विकासनगर। राज्य मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में कार्यरत संविदा कर्मियों ने अस्पताल प्रबंधन और सीएमओ कार्यालय पर मानक से कम मानेदय दिए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के सचिव से समान कार्य पर समान मानदेय के भुगतान के लिए आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। सचिव को भेजे ज्ञापन में संविदा कर्मियों ने बताया कि 14 वर्ष पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के माध्यम से जिले के अस्पतालों में कक्ष सेवक और सेविका की संविदा के आधार पर नियुक्तियां की गई। इस दौरान राज्य मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में भी कर्मचारियों की नियुक्तियां हुई। लेकिन मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में नियुक्त कर्मचारियों को नौ हजार रुपए मानदेय दिया जा रहा है। जबकि अन्य अस्पतालों में नियुक्त कर्मियों को 11 हजार रुपए से अधिक मानदेय प्रतिमाह दिया जा रहा है। कहा कि एक ही विज्ञप्ति के आधार पर संविदा पर रखे गए कर्मचारियों को अलग-अलग मानदेय दिया जा रहा है। जिससे मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में कार्यकरत संविदा कर्मियों का आर्थिक शोषण हो रहा है। बताया कि इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन से लेकर सीएमओ कार्यालय तक शिकायत दर्ज की जा चुकी है। बावजूद इसके उनके मानदेय में कोई वृद्धि नहीं की जा रही है। ज्ञापन के माध्यम से संविदा कर्मियों ने समान कार्य समान मानदेय की व्यवस्था लागू करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में दिग्विजय सिंह, अंकित बिष्ट, नरेंद्र रावत, विंदा रमोला, लक्ष्मी बिष्ट, विनीत, विकास, सुदेश आदि शामिल हैं।