संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को दो माह से नहीं मिला मानदेय

विकासनगर। प्रदेश सरकार से मानदेय बढ़ाए जाने की आस लगाए बैठे उपनल संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को दो माह से मानदेय ही नहीं मिला है, जिससे उनके सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। कोविड ड्यूटी में तैनात इन संविदा कर्मियों को दीपावली का त्योहार भी फीका गुजरने की चिंता सता रही है। उप जिला चिकित्सालय विकासनगर में 23 उपनल संविदा कर्मी तैनात हैं, जिनमें से अधिकांश की ड्यूटी कोविड के तहत लगी हुई है। ऐसे में उनके भी संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। पछुवादून उपनल कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष अनिल गैरोला, राजेंद्र बायला, सुनदास, रतनदास, संजू, गिरीश चंद्र पंत ने बताया कि दो माह से मानदेय नहीं मिलने के कारण उनके सामने परिवार के भरण पोषण की समस्या पैदा हो गई है। ऐसे में किसी कर्मचारी और परिवार के सदस्यों के कोरोना संक्रमित या अन्य संक्रामक बीमारी की चपेट में आने पर उनका उपचार कराना भी मुश्किल हो जाएगा। कहा कि प्रदेश सरकार ने उन्हें मानदेय बढ़ाए जाने और कोविड ड्यूटी के लिए पांच माह तक तीन हजार रुपये प्रोत्साहन भत्ता दिए जाने का आश्वासन दिया था, लेकिन प्रोत्साहन भत्ता तो दूर, उन्हें दो माह से मानदेय ही नहीं मिला है। जबकि सभी उपनल स्वास्थ्य कर्मी लगातार अपनी ड्यूटी दे रहे हैं।
कहा कि मानदेय संबंधी जानकारी लेने पर विभागीय अधिकारी भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे रहे हैं, जिससे सभी कर्मचारी खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि मानदेय भुगतान नहीं होने से उनके सामने परिवार के भरण पोषण की समस्या पैदा हो गई है। उन्होंने प्रदेश सरकार से दीपावली से पहले मानदेय भुगतान की मांग की है।