संस्कृत शिक्षा की नियमावली शीघ्र होगी जारी
देहरादून। संस्कृत शिक्षा विभाग की नियमावली को शीघ्र जारी किया जायेगा। विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं। विभाग के लम्बे समय से रिक्त पदों को प्रतिनियिक्ति और सेवा स्थानांतरण के माध्यम से भरा जायेगा। संस्कृत शिक्षा के तहत आगामी आठ अप्रैल से 21 अप्रैल तक होने वाली बोर्ड परीक्षाओं को नकलविहीन एवं पारदर्शिता के साथ आायेजित करने को कहा गया है। नये शैक्षिक सत्र को देखते हुये संस्कृत विद्यालयों की मान्यता के लिए शीघ्र कार्यकारी आदेश जारी करने के निर्देश विभागीय सचिव को दिये गये हैं।
संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने शनिवार को विधानसभा स्थित सभाकक्ष में संस्कृत शिक्षा विभाग की समीक्षा की। उन्होंने हर जिल में एक संस्कृत ग्राम की स्थापना की योजना में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्राथमिक संस्कृत विद्यालयों में अध्ययनरत एवं पंजीकृत छात्र-छात्राओं को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें दी जाएंगी।
बैठक में सचिव संस्कृत शिक्षा डा. चन्द्रेश कुमार, निदेशक संस्कृत शिक्षा एस.पी.खाली, सचिव उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा परिषद डॉ. वाजश्रवा आर्य, उपनिदेशक पदमाकर मिश्र, कुलसचिव संस्कृत विश्वविद्यालय गिरीश कुमार अवस्थी, सहायक निदेशक चंडी प्रसाद घिल्डियाल, शोध अधिकारी डा. हरीश गुरूरानी, महामंत्री संस्कृत शिक्षक संघ डा. नवीन पंत सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
17-18 मार्च को होगा अखिल भारतीय संस्कृत शोध सम्मेलन
देहरादून। डॉ.रावत ने बताया कि संस्कृत शिक्षा में अनुसंधान की संभावनाएं एवं अनुसंधान कौशल विषय पर दो दिवसीय अखिल भारतीय संस्कृत शोध सम्मेलन का आयोजन आगामी 17-18 मार्च को हरिद्वार में होगा। इसमें देश के विभिन्न राज्यों से संस्कृत के विद्वान, आचार्य, शिक्षक एवं शोध छात्र-छात्राएं भाग लेंगे।