लिव इन रिलेशन भावी पीढ़ी के लिए खतरनाक

देहरादून। सामाजिक संस्थाओं ने लिव इन रिलेशन रिश्तों को भावी पीढ़ी के लिए खतरनाक बताया। इस पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत बताई। रविवार को संयुक्त नागरिक संगठन की ओर से सिटी बैंक के हाल में आयोजित गोष्टी में दून के प्रबुद्ध वरिष्ठ जागरूक नागरिकों ने अपने विचार रखे। कहा कि भारतीय संस्कृति, धार्मिक परंपराएं इन संबंधों की स्वीकार्यता के विरुद्ध हैं। इन्हें सामाजिक मान्यता नहीं मिलनी चाहिए। वक्ताओं ने कहा इस कुसंस्कृति पर रोक लगाने के लिए उन अभिभावकों को खुद भी पहल करनी होगी जो उच्च शिक्षा नौकरी आदि के लिए अपने शहरों से दूरदराज के नगरों में बच्चों को भेज देते हैं और अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेते हैं। अविवाहित जोड़ों को कमरा किराया पर नहीं देना चाहिए।
इस मौके पर नन्ही दुनिया की किरण उल्फत संकल्प शिक्षण संस्था की अनीता नेगी, करीर संस्था की अमरजीत कौर, सिख वेलफेयर सोसाइटी की जसमिंदर कौर जससल, हर्षिल की रमा गोयल, स्वतंत्रता सेनानी संगठन की कुसुम धस्माना, संयुक्त नागरिक संगठन के ब्रिगेडियर केजी बहल, क्षत्रिय चेतना मंच के एडवोकेट रवि सिंह नेगी, दून एक्स सर्विस लीग के कर्नल बीएम थापा, पेंशनर्स संगठन के चौधरी ओमबीर सिंह, कर्नल गंभीर सिंह, दून फूड रिलीफ के जितेंद्र डंडोना, पेंशनर संगठन के चौधरी ओमवीर सिंह, रुलक के अवधेश शर्मा, जगमोहन मेहंदीरत्ता, सुशील त्यागी, मुकेश नारायण शर्मा आदि मौजूद रहे।


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