रुड़की में जिम ट्रेनर की मौत पर परिजनों का हंगामा

रुड़की(आरएनएस)। शहर के सोल्हपुर गाढ़ा गांव में जिम ट्रेनर की मौत के मामले में रविवार को परिजनों का कई घंटे तक हंगामा जारी रहा। गांव में जिले भर से थाने और कोतवाली से फोर्स तैनात रही। इस बीच कांग्रेस और भीम आर्मी के नेता भी गांव पहुंचे। उन्होंने पुलिस से केस में निष्पक्ष जांच कर सख्त कार्रवाई की मांग की है। देर रात तक गांव में पुलिस तैनात रही। गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के सोल्हपुर गाढ़ा निवासी वसीम उर्फ मोनू पुत्र नसीम जिम ट्रेनर था। साथ ही, वह एसी का काम भी करता है। परिवार के मुताबिक वह स्कूटी से अपनी बहन के घर माधोपुर गया था। रास्ते में उत्तराखंड गोवंश संरक्षण स्क्वायड की टीम ने स्कूटी सवार वसीम को रोका। टीम को वसीम के पास प्रतिबंधित मांस होने की सूचना मिली थी। आरोप है कि टीम ने वसीम को बेरहमी से पीटा। इसके बाद तालाब में फेंक दिया और चारों तरफ स्क्वायड की टीम खड़ी हो गई। इस बीच बचाओ बचाओ की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण और परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे लेकिन पुलिस ने गोली मारने की धमकी दी। डर के कारण वसीम को कोई नहीं बचा पाया और तालाब में डूबकर वसीम की मौत हो गई। आसपास के गांव में बात पता चली तो लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। हंगामे की सूचना मिलने पर कलियर, मंगलौर, झबरेड़ा और अन्य थाने कोतवाली से फोर्स गांव पहुंची। सीओ रुड़की नरेंद्र पंत ने बताया कि युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उत्तराखंड गोवंश संरक्षण स्क्वायड की टीम को स्कूटी सवार के पास प्रतिबंधित मांस होने की सूचना मिली थी। पुलिस से बचने के लिए स्कूटी सवार ने तालाब में छलांग लगा दी थी। इसके बाद डूबने से युवक की मौत हुई है। हालांकि, परिजनों के आरोपों की भी जांच चल रही है। युवक की मौत किन परिस्थितियों में हुई है ये पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चल पाएगा। मृतक के परिजनों ने तहरीर दी है।

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