रुड़की में धूमधाम से निकाली महाराणा प्रताप की शोभायात्रा

रुड़की(आरएनएस)।  महाराणा प्रताप की 487वीं जयंती धूमधाम से रुड़की में मनाई गई। गुरुवार को विभिन्न स्थानों से बाजे-गाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। जो नगर भ्रमण कर शताब्दी द्वार स्थित महाराणा प्रताप की मूर्ति के पास पहुंची। इस दौरान राजपूत युवा हाथों में केसरिया ध्वज थामे और जयघोष लगाते चल रहे थे। शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।  डीएवी इंटर कॉलेज के परिसर से बैंड-बाजों के साथ प्रारंभ हुई भव्य शोभायात्रा बीएसएम तिराहा, गौशाला, दुर्गा माता मंदिर, मेन बाजार तथा सिविल लाइन बाजार में होते हुए शताब्दी द्वारा स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के साथ संपन्न हुई। इससे पूर्व डीएवी इंटर कॉलेज स्थित आर्य उपवन में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां रुड़की के पूर्व मेयर यशपाल राणा ने क्षत्रिय समाज से संगठित होकर कार्य करने का आह्वान किया। वहीं जिला पंचायत के पूर्व सदस्य वीरेंद्र सिंह उर्फ बबलू राणा ने कहा कि सर्व समाज को साथ लेकर स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने का जो कौशल महाराणा प्रताप में था वह आज तक किसी और योद्धा में नहीं रहा। कवि एवं साहित्यकार सुबोध कुमार पुंडीर ने अपनी रचनाओं के द्वारा क्षत्रिय समाज में जोश भरते हुए संगठित होने का आह्वान किया। दयाराम भाटी व अखिल भारतीय क्षत्रिय महासंघ के जिला अध्यक्ष कुंवर संजीव कुशवाहा के कुशल संचालन में आयोजित कार्यक्रम में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अनिल कुमार पुंडीर एडवोकेट, अमित सिंह राणा जिला अध्यक्ष राजपूत करणी सेना, ग्राम भलस्वा गाज के प्रधान आकाश राणा, राजपूत धर्मशाला कनखल के ट्रस्टी संजय सिंह चौहान, क्षत्रिय चेतना मंच के प्रमोद सिंह पुंडीर, प्रणय प्रताप सिंह आदि ने अपने अपने विचार व्यक्त करते हुए वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के पदचिह्नों पर चलने का आह्वान किया। इस दौरान ग्राम मंडावर के पूर्व डीएसपी भोजराज सिंह पुंडीर, एडवोकेट नरेश पुंडीर, आलोक सिंह पुंडीर, पार्षद अनूप सिंह राणा, शिवमंगल प्रताप सिंह एडवोकेट, अभय सिंह पुंडीर, वीरेंद्र सिंह राणा, ठाकुर मोतीराम, ठाकुर रणजीत सिंह आदि मौजूद रहे।