रोजगार में सहायक हो रही अदरक की खेती

चम्पावत। अदरक की खेती महिलाओं और प्रवासियों को रोजगार देने में सहायक हो रही है। सहकारिता विभाग ने अदरक की बुवाई से गुड़ाई तक अब तक 7500 मानव दिवस सृजित किए गए हैं। इस कार्य में लगे महिलाओं और प्रवासियों को मनरेगा से अधिक दर में भुगतान किया गया। सहकारिता विभाग ने समितियों के जरिए 1500 नाली क्षेत्रफल में अदरक की खेती की है। अब अदरक की खुदाई से लोगों को रोजगार देने की कवायद शुरू की गई है। राजकीय पर्यवेक्षक विक्रम चंद ने बताया कि सहकारिता विभाग ने इस सीजन में 1530 नाली में 500 कुंतल अदरक की बुवाई की। इस कार्य के लिए जिले की 13 समितियों में 1530 नाली जमीन को लीज पर लिया गया है। टनकपुर, धूरा, कोट अमोड़ी, चम्पावत, डुमडई, दिगालीचौड़, रेगड़ू वल्का, इंद्रपुरी, देवीपुरा, रौलमेल, चौड़ामेहता, दुबड़ और बांजगांव समितियों में बड़ी संख्या में महिलाओं और प्रवासियों को रोजगार देकर 7500 मानव दिवस सृजित किए गए।