रिहाना हत्याकांड में भांजे की पत्नी व उसका प्रेमी गिरफ्तार

हरिद्वार। टांडा भनेड़ा के रिहाना हत्याकांड में पुलिस ने मृतक के भांजे की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दावा किया कि भांजे की पत्नी को आपत्तिजनक हालत में रिहाना ने देख लिया, जोकि उसकी हत्या की वजह बना। मंगलौर कोतवाली में पत्रकारों से बातचीत में एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि क्षेत्र के टांडा भनेड़ा गांव निवासी रिहाना अक्टूबर में लक्सर क्षेत्र के जसोद्दपुर गांव में बहन केसरजहां के घर पर गई थी। 29 अक्टूबर को जसोद्दपुर गांव से लौटते समय उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस तभी से इस हत्याकांड को सुलझाने की कोशिश कर रही थी। छानबीन करते हुए पुलिस को जानकारी मिली कि सुल्तानपुर कुन्हारी गांव में रहने वाला अशरफ इस हत्याकांड में शामिल है। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो वह इधर-उधर भ्रमित करता रहा, लेकिन पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गया। उसने पुलिस को बताया कि वह मूल रूप से उप्र के मऊ जिले के घोसी थाना क्षेत्र के प्यारेपुर गांव का रहने वाला है। काफी पहले वह सुल्तानपुर आ गया और आसपास के गांव में घूमकर चाट, पकोड़ी की ठेली लगाता था। नौ माह पहले उसकी मुलाकात जसोद्दरपुर गांव निवासी इसराना से हो गई। इसके बाद उसका इसराना के घर आना-जाना शुरू हो गया है। इस दौरान उसके अवैध संबंध भी बन गए। 28 अक्टूबर को इसराना का पति व घर के अन्य सदस्य धान की कटाई करने खेत पर गए हुए थे। तभी इसराना ने फोन कर अशरफ को बुला दिया। दोनों कमरे में रंग-रेलियां मना रहे थे। तभी अचानक इसराना के पति की मौसी रिहाना घर पर आ गई। दोनों को उसने आपत्तिजनक हालत में देख लिया। दोनों ने बदनामी के डर से रिहाना की हत्या की योजना बना ली। 29 अक्टूबर को जब बस में बैठकर रिहाना गांव के लिए निकली तो अशरफ भी बस में बैठ गया। वह लंढौरा पहुंचा तो यहां पर एक बाइक चाबी लगी हुई पार्किंग में खड़ी थी। जिस पर अशरफ ने बाइक को उठाया और रिहाना को बताया कि वह उसको गांव में छोड़ देगा। रिहाना विश्वास कर उसके पीछे बैठ गई। इसके बाद आरोपित ने गाधारोणा गांव के रास्ते पर उसे गन्ने के खेत में ले जाकर पहले तो गला दबा दिया। इसके बाद डंडे से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। आरोपित ने बाइक को फिर वापस लाकर पार्किंग में ही खड़ा कर दिया। एसएसपी ने आरोपितों को पकडऩे पर पुलिस टीम को ढाई हजार का इनाम देने की घोषणा की है। इस दौरान एएसपी हिमांशु वर्मा, सीओ मंगलौर अभय सिंह एवं एसएसआइ डीएस रावत आदि मौजूद रहे।


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