राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना के लिए सर्वे ऑफ इंडिया को मिला सम्मान

देहरादून। भारतीय सर्वेक्षण विभाग को राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जल शक्ति मंत्रालय से प्रशंसा का स्मृति चिन्ह मिला है। सर्वे ऑफ इंडिया की लगभग हर जीडीसी, विशेष निदेशालय, सभी जोन, एनआईजीएसटी, एसजीओ और पीडीओ नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट( एनएचपी) का हिस्सा रही है। जीएंडआरबी का भी विशेष योगदान रहा। सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा जारी संदेश के मुताबिक 2017 में शुरू हुआ यह प्रोजेक्ट सर्वे ऑफ इंडिया के हरेक अधिकारी व कर्मचारी के लए सीखने वाली चुनौतीपूर्ण यात्रा रही है। एनएचपी वास्तव में देश के संपूर्ण भू-स्थानिक स्पेक्ट्रम के लिए एक गेम चेंजर प्रोजेक्ट साबित हुआ है। एनएचपी में यूपी क्षेत्र के लिए किए गए कोर स्टेशन नेटवर्क और जियोइड मॉडलिंग जैसे नवाचारों को अब पूरे देश में फैलाया गया है। एनएचपी में पहली बार लेवलिंग जैसे नवोन्मेषी तरीके अपनाए गए। ये प्रोजेक्ट अब अपने महत्वपूर्ण चरण में है और जल विज्ञान क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण भू-स्थानिक डेटा प्रदान करने के लिए तत्पर है। यह प्रोजेक्ट एक साल पूरा होने की उम्मीद है। पूर्व महासर्वेक्षक जनरल गिरीश कुमार ने इस प्रोजेक्ट में उत्साह से भाग लेने के लिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी है।