राज्य के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा किया जायेगा: महाराज

देहरादून। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को कचहरी परिसर स्थित उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारी शहीद स्मारक पर जाकर राज्य निर्माण आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ-साथ उन्होने शहीदों की परिकल्पना के अनुरूप राज्य के विकास का संकल्प दोहराया। राज्य निर्माण आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों के संदर्भ में एक ज्ञापन भी सतपाल महाराज को सौंपा। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की वजह से उत्तराखंड राज्य का सृजन हुआ। उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों को आश्वस्त किया कि जो मांग पत्र उन्हें सौंपा गया है उस पर वह निश्चित रूप से कार्यवाही करेंगे। पूर्व राज्य मंत्री एवं भाजपा प्रवक्ता रविंद्र जुगराण ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण में सतपाल महाराज का अहम योगदान रहा है। वे राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान पर्वतीय गांधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी के साथ उत्तराखण्ड राज्य निर्माण संयुक्त संघर्ष समिति के संरक्षक रहे हैं। सतपाल महाराज ने ही लोकसभा सदस्य रहते पृथक उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण के लिए लोकसभा में प्राइवेट मेम्बरर्स बिल पेश किया था। सभी राजनैतिक दलों की आम सहमति बनाने के लिए हरकिशन सिंह सुरजीत व ज्योति बसु सहित सभी बड़े नेताओं से पत्र व्यवहार व व्यक्तिगत सम्पर्क किया था। उनके व्यक्तिगत प्रयासों से ही तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने 1996 व इन्द्रकुमार गुजराल ने 1997 में लालकिले की प्राचीर से पृथक उत्तराखण्ड राज्य निर्माण की घोषणा की थी। तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व। अटल बिहारी वाजपेयी ने 9 नवम्बर 2000 को पृथक उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण किया। इस अवसर पर सुशीला बलूनी, जगमोहन सिंह नेगी, प्रदीप कुकरेती, विजय प्रताप सिंह मल्ल, विपुल नौटियाल, मोहन सिंह रावत, राकेश असवाल, प्रभात डंडरियाल, अंशुल चावला, कुलदीप पंत, तरुण जैन, हनी सिसोदिया, शीशपाल चौहान, अंकित चौहान, प्रदीप मसेटा, कुलदीप रावत, कोपल शर्मा आदि उपस्थित थे।

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