
अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के उपलक्ष्य में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में परिसर स्तरीय व अंतरमहाविद्यालयी सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में एकल गायन, संगीत वाद्ययंत्र, एकल नृत्य और समूह नृत्य की प्रतियोगिताओं में विश्वविद्यालय के विभिन्न परिसरों और महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित प्रतियोगिताओं में उत्तराखंड के पारंपरिक लोकगीतों पर आधारित एकल गायन, पारंपरिक, शास्त्रीय और फ्यूजन शैली के एकल व सामूहिक नृत्य तथा वाद्ययंत्र वादन की प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। समूह नृत्य प्रतियोगिता में लक्ष्मण सिंह महर परिसर पिथौरागढ़, राजकीय महाविद्यालय कपकोट और सोबन सिंह जीना परिसर अल्मोड़ा की टीमों ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। एकल नृत्य प्रतियोगिता में प्रतिभा जोशी (अल्मोड़ा परिसर), संगीत वाद्ययंत्र प्रतियोगिता में हिमांक राज (अल्मोड़ा परिसर), एकल गायन प्रतियोगिता में प्रियांशु आर्या (लक्ष्मण सिंह महर परिसर, पिथौरागढ़) प्रथम स्थान पर रहे। गायन प्रतियोगिता के निर्णायक जीवन सिंह और राज तिवारी रहे। वाद्ययंत्र प्रतियोगिता का मूल्यांकन सुनील कुमार और राजेन्द्र सिंह नयाल ने किया, जबकि एकल व सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता का निर्णय रंगकर्मी चंचल तिवारी और राजेन्द्र प्रसाद तिवारी ने किया। परिसर निदेशक एवं नोडल अधिकारी प्रो. प्रवीण सिंह बिष्ट ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को नई पीढ़ी तक पहुंचाने में सहायक हैं। उन्होंने प्रतियोगिताओं के सफल आयोजन में योगदान देने वाले सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम की रूपरेखा संयोजक डॉ. सबीहा नाज ने प्रस्तुत की। मंच संचालन प्रो. संजीव आर्या और डॉ. रवींद्रनाथ पाठक ने किया। कार्यक्रम का समापन डॉ. ललित जोशी द्वारा आभार प्रदर्शन एवं परिणाम घोषणा के साथ हुआ।



