राज्य में टीकाकरण की तैयारी पूरी, 16 जनवरी से टीकाकरण की शुरूआत होगी: डीजी हैल्थ

देहरादून। राज्य में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत के छह महीने के भीतर तीन लाख के करीब लोगों का टीकाकरण कर लिया जाएगा। इसमें स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंट लाइन वर्कर आदि शामिल होंगे। स्वास्थ्य महानिदेशालय में सोमवार को पत्रकार वार्ता के दौरान डीजी हेल्थ डॉ अमिता उप्रेती ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में टीकाकरण की तैयारी पूरी कर ली गई है और 16 जनवरी से टीकाकरण की शुरूआत कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार पहले चरण में राज्य के स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाए जाने हैं।
उसके पश्चात पुलिस कर्मी, निकाय सफाई कर्मी, होमगार्ड के जवान, राजस्व कर्मी आदि फ्रंट लाइन वर्कर को टीके लगाए जाने हैं। इस श्रेणी में राज्य में तकरीबन तीन लाख के करीब कर्मचारी आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक बार टीका लगने के तीन से चार सप्ताह के बीच दुबारा टीका लगाया जाएगा। इस संदर्भ में केंद्र सरकार की ओर से एसओपी जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि केंद्र ने पहले चरण में बीस प्रतिशत आबादी के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है। राज्य में टीकाकरण अभियान की सफलता के लिए मंगलवार को समूचे राज्य में 309 स्थानों पर ड्राई रन किया जाएगा।
इसके अलावा 15 जनवरी को उन चयनित 41 स्थानों पर मॉक ड्रिल की जाएगी। जहां पर 16 जनवरी को टीकाकरण की शुरूआत होनी है। उन्होंने कहा कि दून और हल्द्वानी सेंटरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाभार्थियों से बातचीत भी करेंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान एचएनबी मेडिकल विवि के कुलपति प्रो हेमचंद्रा, दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना, निदेशक डॉ एसके गुप्ता, डॉ तृप्ति बहुगुणा, डॉ सरोज नैथानी सहित अनेक अधिकारी मौजूद थे।
2118 एएनएम और 6509 वैक्सीनेटर लगाएंगे टीका
स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि राज्य में टीकाकरण के लिए पहले चरण में 2118 एएनएम को चिह्नित कर ट्रेन किया गया है। इसके अलावा 6509 वैक्सीनेटर भी तैयार रखे गए हैं। इनमें एमबीबीएस डॉक्टर, बीडीएस डॉक्टर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट सहित कई संवर्ग के लोगों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट हेल्थ सेक्टर के लोगों का भी इसमें सहयोग लिया जा रहा है। टीकाकरण की निगरानी के लिए राज्य में 202 पर्यवेक्षक और 120 अतिरिक्त पर्यवेक्षक तैनात किए जा रहे हैं।
राज्य में 317 कोल्ड चेन सेंटर
डीजी हेल्थ ने बताया कि टीकाकरण अभियान के लिए राज्य में कुल 317 कोल्ड चेन पॉइंट बनाए गए हैं। जहा पर वैक्सीन का रख-रखाव एवं उचित तापमान पर स्टोरेज की व्यवस्था की गई है। वैक्सीन की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए 483 आईस लाईन्ड रैफरिजरेटर, 547 डीप फीजर, तीन वॉक-इन-फूलर तथा दो वॉक-इन-फ्रीजर की व्यवस्था की गई है।
आपात स्थिति से निपटने को सभी इंतजाम
स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि टीकाकरण के दौरान यदि किसी के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है तो उससे निपटने के लिए भी पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर बूथ पर 108 एम्बलेंस और आवश्यक इंमरजेंसी दवाएं मौजूद रहेंगी। इसके साथ ही आसपास के अस्पतालों को भी हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक लाभार्थी सेंटर पर ही रहेगा और टीके के बारे में लिखित रूप में अपनी राय भी दर्ज करेगा।
कोई न लगाना चाहे तो इजाजत
डीजी हेल्थ ने कहा कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। लेकिन यदि कोई वैक्सीन नहीं लगाना चाहता है तो टीकाकरण केंद्र में स्वास्थ्य कर्मियों को यह जानकारी दे सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को बाद में टीका लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोविन साफ्टवेयर ऐसे बूथों पर ऑफ लाइन काम करेगा जहां इंटरनेट की कनेक्टिविटी नहीं होगी।

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