कोविड लहर से घबराने की जरूरत नहीं: राजनाथ सिंह
ऋषिकेश। स्वामीराम हिमालयन विश्वविद्यालय जौलीग्रांट के पांचवें दीक्षांत समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह समारोह शिक्षा ग्रहण करने के बाद दीक्षा दिए जाने का है। शिक्षा के बाद सभी छात्र-छात्राएं कल्याणकारी कार्यों के लिए कार्य करें। उन्होंने फुटबाल वर्ल्ड कप का जिक्र करते हुए कहा कि इस वर्ष अर्जेंटीना की टीम को मेसी ने फुटबाल अकेले नहीं जिताया, बल्कि टीम वर्क की वजह से अर्जेंटीना को जीत मिली। वर्ष 2014 में भी मेसी ने सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाते हुए गोल्डन बॉल जीती थी, लेकिन टीम हार गई थी। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत सफलता का महत्व है, लेकिन टीम की सफलता ही व्यक्ति को महान बनाती है।
रक्षामंत्री ने पहली और दूसरी कोविड-19 लहर का जिक्र करते हुए कहा कि तीसरी लहर से हमें घबराने की जरूरत नहीं है। भारत का मेडिकल स्ट्रक्चर बहुत शक्तिशाली है। ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन प्लांट सभी तैयार हैं। कोविड लहर से आसानी से निपट लिया जाएगा। कहा देश में बनी दो वैक्सीन विश्व की सर्वश्रेष्ठ वैक्सीन है। दावा किया कि आजादी के 100 वर्ष बाद भारत विश्व का सबसे शक्तिशाली और सबसे बड़ी इकोनॉमी वाला देश होगा।
उन्होंने डिग्री धारकों से कहा कि वह अपना कर्तव्य ना भूलें और कोई गरीब इलाज कराने आए और उसके पास पैसे ना हो तो उसका इलाज मुफ्त करें। जरूरत पड़े तो चंदा लेकर उसे दवाई दें। कहा नशा मनुष्य को धीरे-धीरे खोखला करता है और अंत में मनुष्य को खत्म कर देता है। उन्होंने भारत जैसे देश में तेजी से खुल रहे ओल्ड एज होम पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जो माता-पिता अपने जीवन का सर्वस्व न्यौछावर कर अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर कामयाब करते हैं। बच्चों को उनके बुढ़ापे का सहारा बनना चाहिए। जीवन में मां-बाप का स्थान ईश्वर से भी ऊपर है।