राजमहल परिसर में प्राधिकरण का चला बुलडोज़र

नैनीताल। मंगलवार को जिला विकास प्राधिकरण के सचिव पंकज उपाध्याय के नेतृत्व में राजमहल कंपाउंड, सीआरएसटी इंटर कॉलेज के पिछले क्षेत्र में मोबिन, रवि, सीमा बेग, मोइन, निषाद परवीन के अवैध निर्माण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने टीम पहुंची। प्राधिकरण की टीम को क्षेत्रवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा। इसके बाद प्राधिकरण के अधिकारियों ने मौके पर पुलिस को बुला कर ध्वस्तीकरण की कारवाई की गई। डीडीओ के सचिव पंकज उपाध्याय ने बताया कि क्षेत्र में तेजी से अवैध निर्माण हो रहा है। जिनको रोकने के लिए प्राधिकरण ने कई बार लोगों को नोटिस दिए हैं। इसके बावजूद भी क्षेत्र में तेजी से अवैध निर्माण हो रहा है जिस पर लगाम लगाने के लिए मंगलवार को टीम ने कार्रवाई की है। इस दौरान उनके द्वारा राज महल कंपाउंड क्षेत्र में अवैध रूप से बने अंसारी भवन को 3 दिन में खाली करने की चेतावनी दी है ताकि अवैध रूप से बने बहुमंजिला भवन को ध्वस्त किया जा सके। इस दौरान एसडीएम राहुल साह, सहायक अभियंता सतीश चौहान, सीएम शाह,नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार वर्मा, सतीश चौहान, राजेंद्र प्रसाद, पूरन चंद तिवारी,सतीश उपाध्याय मौजूद रहे।

प्राधिकरण की टीम पर पैसे लेने का आरोप
 राज महल कंपाउंड में हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त कराने पहुंची जिला विकास प्राधिकरण के अधिकारियों पर भवन स्वामी ने खुलेआम पैसे लेने का आरोप लगा दिया। भवन स्वामी रईस अंसारी का आरोप था कि उन्होंने यह निर्माण ऐसे ही नहीं किया बल्कि सहायक अभियंता को पैसे देकर करवाया है। आरोप लगाया कि प्राधिकरण के अधिकारी पैसा लेकर नैनीताल में पहले अवैध निर्माण को बढ़ावा दे रहे हैं और बाद में कार्रवाई के नाम पर जनता का उत्पीड़न कर रहे हैं। अपने ऊपर खुलेआम आरोप लगाने पर सहायक अभियंता सतीश चौहान और भवन स्वामी रईस अंसारी के बीच तनातनी हो गई। इस मौके पर मौजूद प्राधिकरण के बाकी अधिकारियों ने बीच बचाव कर बात को संभालने की कोशिश की। निर्माणकर्ता अपने आरोपों पर टिके रहे और लगातार हंगामा करते रहे। जिसे लेकर काफी देर तक विवाद की स्थिति बनी रही। सहायक अभियंता ने रईस अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की बात कही।


error: Share this page as it is...!!!!
Exit mobile version