राजधानी देहरादून में चल रहे सी वर्ल्ड कार्निवाल में टैक्स चोरी

देहरादून। राजधानी देहरादून में पिछले 2 महीने से सी वर्ल्ड कार्निवाल लगा हुआ है। सी वर्ड कार्निवाल और टनल एक्वेरियम में लगाए जाने वाले एंट्री टिकट पर टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। जिसमें जीएसटी विभाग कार्यवाही करने जा रहा है। आयुक्त कर उत्तराखंड के इशारे पर देहरादून शहर में होने वाले तमाम इवेंट्स और अन्य गतिविधियों पर जीएसटी डिपार्मेंट की मॉनिटरिंग चल रही है। इसी के चलते टैक्स डिपार्टमेंट की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन विंग के संज्ञान में देहरादून बन्नू स्कूल के सामने मौजूद मैदान में चल रहे सी वर्ल्ड कार्निवाल में लगने वाले एंट्री टिकट में टैक्स चोरी का मामला सामने आया है।
बता दें देहरादून रेस कोर्स स्थित बन्नू स्कूल के मैदान में सी वर्ल्ड कार्निवाल के नाम से प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इसी प्रदर्शनी में टनल एक्वेरियम के रूप में देश और दुनिया भर की दुर्लभ प्रजातियों की मछलियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। जीएसटी डिपार्टमेंट ने अपनी जांच में पाया है कि इस इवेंट के आयोजक प्रदर्शनी में काफी मात्रा में एंट्री टिकट लगा रहे हैं, लेकिन राज्य में रजिस्टर्ड न होने के कारण उत्तराखंड राज्य को इस से कोई राजस्व प्राप्त नहीं हो रहा है। जीएसटी  टीम ने प्रदर्शनी संचालकों से पूछे जाने पर उनके द्वारा बताया गया कि यह आयोजन कुछ ही समय के लिए किया जा रहा है। आयोजन तकरीबन 2 महीने से ज्यादा समय से जारी है। प्रदर्शनी संचालक विभाग द्वारा पूछे गये प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाये। उनके द्वारा अपनी गलती स्वीकार करते हुए कुल 1.50 लाख का टैक्स मौके पर ही जमा करवाया गया है।
वहीं इस मामले पर जब प्रदर्शनी आयोजक भास्कर से बात की गई तो उन्होंने कहा टैक्स जमा कर दिया गया है। इसके अलावा उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई। जीएसटी इन्वेस्टिगेशन अधिकारी श्याम तिरुवा ने बताया गया अभी प्राथमिक जांच चल रही है। आयोजकों से समय लिया गया है। वह लखनऊ गए हैं, जल्द ही आयोजकों से अन्य दस्तावेजो के अलावा बैंक डीटेल्स ली जाएगी। आयोजकों द्वारा जमा करवाए गए डेढ़ लाख के अनुसार इसमें 8 से 10 लाख रुपए तक के रेवेन्यू का टैक्स प्राप्त हो चुका है। कितना टैक्स वास्तव में चोरी हुआ है ये जांच के बाद साफ होगा। इसके अलावा प्रदर्शनी में दिखाई जा रही दुर्लभ प्रजातियों की मछलियों पर वन्यजीव प्रतिपालक ने संज्ञान लेने की बात कही है। वन्यजीव प्रतिपालक उत्तराखंड समीर सिन्हा ने कहा उनके संज्ञान में यह मामला आया है। वह इसकी जांच करवाएंगे।