राजस्व चौकियों पर ताला लटका कर धरने पर बैठे राजस्व कर्मी

मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही के बाद ही हड़ताल समाप्त की जाएगी

विकासनगर। पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ ने एकीकरण के विरोध समेत अन्य मांगों को लेकर राजस्व चौकियों में ताले लगाकर तहसील मुख्यालय में धरना दिया। राजस्व कर्मियों का कहना है कि सरकार की ओर से मांगों पर सकारात्मक कार्यवाही के बाद ही हड़ताल समाप्त की जाएगी। पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षक एवं राजस्व सेवक संघ की अनिश्चितकालीन कलम बंद हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रही। धरने के दूसरे दिन संघ के जिला सचिव मोतीलाल जिनाटा ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार राजस्व कर्मियों की मांगों को अनदेखा कर रही है। जबकि अधिकांश मांगें सीधे जनता के हित से जुड़ी हुई हैं। कहा कि भौगोलिक तौर पर विषम परिस्थितियों वाले पर्वतीय क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है। ऐसे में बिना संसाधनों के यह कार्य और भी मुश्किल हो जाता है। सरकार की लापरवाही के कारण ही ग्रामीण क्षेत्रों में नशे के सौदागर अपना जाल बिछा रहे हैं। नशीले पदार्थों की तस्करी और अन्य अपराध करने वाले अपराधी वाहनों में आते हैं, जबकि उनको पकड़ने के लिए राजस्व पुलिस को पैदल ही दौड़ लगानी पड़ती है। मुखबिर ही सूचना मिलने पर जब तक राजस्व पुलिस अपराधी के नजदीक पहुंचने की कोशिश करती है, तब तक अपराधी वहां से फरार हो जाता है। कहा कि सरकार से राजस्व पुलिस को भी नागरिक पुलिस की तर्ज पर सुविधाएं दिए जाने की मांग आम जनता के हित में की जा रही है। बावजूद इसके सरकार इस मांग को भी अनदेखा कर रही है। कहा कि इसके साथ ही कई अन्य मांगों पर भी सरकार और राजस्व परिषद की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई है, जिसके बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गई है। बताया कि मांगों पर उचित कार्यवाही होने बाद ही हड़ताल समाप्त की जाएगी। धरना प्रदर्शन करने वालों संघ के जिलाध्यक्ष जया लाल शर्मा, भीमदत्त जोशी, भोपाल दास, सुखदेव चंद्र जिनाटा, रतिराम, कमलेश चंद्र शर्मा, मीनाक्षी शाह, सरदार सिंह राणा, खजान सिंह असवाल, राजेंद्र लाल, रोशन लाल शर्मा, ईश्वर दत्त, साधू सिंह, मनोज कुमार, सुशीला देवी, छोटन सिंह, अनिल कुमा, गीता देवी, त्रेपन सिंह पंवार, घुटन सिंह चौहान, ग्यार सिंह आदि शामिल रहे।

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