बिगड़ रहा मौसम, पंजाब-हरियाणा-चंडीगढ़ में गर्मी बनेगी आफत

नई दिल्ली (आरएनएस)। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने भविष्यवाणी की है अगले 2-3 दिनों में पूरे उत्तर पश्चिम भारत में गर्मी का सितम देखने को मिलेगा। उन्होंने बताया कि इसकी वजह मार्च में हुई कम बारिश है। मौसम विभाग के अनुसार मार्च में बारिश की कमी अब तक उत्तर पश्चिम भारत में 72 से 88 प्रतिशत, मध्य भारत में 85, पूर्व और उत्तर पूर्व भारत में 59 और दक्षिण प्रायद्वीप में 14 प्रतिशत तक है। मौसम विभाग ने 1 मार्च को अपने पूर्वानुमान में देश भर में मार्च में सामान्य बारशि की भविष्यवाणी की थी, जो 83 से 117 प्रतिशत आंकी गई थी।
मौसम वभिाग ने बताया है कि पिछले कुछ दिनों में पश्चिमी राजस्थान, जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, सौराष्ट्र और कच्छ के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक रह सकता है। मौसम वभिाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ की तीव्रता और आवृत्ति कम हो रही है और उत्तरी मैदानी इलाकों में कोई मौसम प्रणाली विकसित नहीं हो रही है। यही नहीं, बंगाल की खाड़ी या अरब सागर से नमी भी उपलब्ध नहीं है, इसलिए, अप्रैल के पहले 10 दिनों तक उत्तर भारत में किसी भी पूर्व मॉनसून गतिविधि के शुरू होने के लिए परिस्थितियां अनुकूल नहीं हो रही हैं।
सफदरजंग स्टेशन पर दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 39.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लोधी रोड, रिज, आयानगर, नरेला, पीतमपुरा आदि सहित दिल्ली के कई अन्य इलाकों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। राजस्थान के अजमेर, जयपुर, धौलपुर, टोंक, बूंदी आदि में 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान के साथ गर्मी की लहर की स्थिति दर्ज की गई, जबकि पिलानी, बीकानेर, चुरू, गंगानगर में अधिकतम तापमान सामान्य से 7 से 9 डिग्री अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 30 मार्च तक पश्चिमी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में लू चलने की संभावना बन रही है।