प्रीतम भरतवाण के गीतों पर जमकर थिरके दर्शक
पौड़ी। ग्रीष्मोत्सव की छठी सांस्कृतिक संध्या जागर सम्राट पद्यश्री प्रीतम भरतवाण के नाम रही। इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे दर्शकों ने सांस्कृतिक संध्या का आनंद लिया। रामलीला मैदान में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने नारैणी दुर्गा भवानी, शिवजी कैलाश रदन की प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक संध्या में भरतवाण के नागराजा व गोरिल-कंडोलिया जागर पर पश्वा अवतरित हुए। भरतवाण ने सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत नागराजा जागर से की। इसके बाद भरवाण के तिबारी मा बैठी होलि सौंज्यणा मेरी, मिजाजी हौंसिया, घास काटी घसीली, बांद अमरावती, सरुली मेरु जिया लगीगे, मेरी गांजणा गीतों की प्रस्तुति पर दर्शक जमकर थिरके। लोक गायिका सीमा पंगरियाल, लोक गायक सुरतम भरवाण के गीतों की प्रस्तुतियों पर भी दर्शक झूमते नजर आए। संगीत पक्ष में सुरेंद्र कोहली, मोंटी मंद्रवाल, सुभाष पांडेय, गोविंद शरण, रुकमेश नौटियाल, विजेंद्र कुमार ने संगत की। सूरज जोशी, रीता ध्यानी, नील शाह, श्वेता जोशी, नीरज, प्राची ध्यानी, करण सिंह, रेणु पंवार ने लोकनृत्यों की प्रस्तुति दी। अरविंद नेगी दल प्रबंधक, राय सिंह रावत नृत्य निर्देशक व राकेश ने वस्त्र सज्जा की। इससे पूर्व रामलीला मैदान में आयोजित ग्रीष्मोत्सव की छठी सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष पौड़ी शांति देवी ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि लोक सांस्कृतिक विरासत की थाती नगरी पौड़ी में ग्रीष्मोत्सव का आयोजन एक ऊर्जापूर्ण कार्यक्रम है। जिसमें युवा प्रतिभाओं को सुनहरी यादों की समौण मिल रही है। अध्यक्ष शांति देवी ने पालिका प्रशासन को आयोजन में हर संभव मदद का भरोसा भी दिया। इस अवसर पर विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी, पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम, जिला मंत्री भाजपा मैत्री प्रकाश, पूर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेस विनोद दनोसी, पूर्व सभासद संगीता रावत, ग्राम प्रधान बैंग्वाड़ी मधु खुगशाल, प्रवीण नेगी आदि मौजूद रहे। सांस्कृतिक संध्या का संयोजन लोक गायक अनिल बिष्ट व संचालन गणेश खुगशाल गणि ने किया।