प्रारम्भिक बाल्यावस्था एवं देखभाल शिक्षा के तहत पांच दिवसीय कार्यशाला शुरू

अल्मोड़ा। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अल्मोड़ा में एस.सी.ई.आर.टी उत्तराखण्ड देहरादून के तत्वावधान में प्रारम्भिक बाल्यावस्था एवं देखभाल शिक्षा के अन्तर्गत राज्यस्तरीय पांच दिवसीय ‘खेल खिलौना अधिगम सामग्री निर्माण कार्यशाला’ का शुभारम्भ संस्थान के प्राचार्य गोपाल सिंह गैड़ा द्वारा किया गया। गोपाल सिंह गैड़ा ने अपने सम्बोधन में प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा के पाठ्यक्रम के निर्माण रोचक ज्ञानवर्द्धक एवं नवाचार युक्त बनाने का आह्वान किया गया। कार्यशाला में एस.सी.ई.आर.टी देहरादून के प्रतिनिधि राज्य समन्वयक गंगा घुघुत्याल ने कार्यशाला की रूपरेखा को विस्तारपूर्वक बताते हुए कार्यशाला में 03 से 08 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों के लिए खेल-खिलौना, गीत, पहेलियां, चित्रकला, खेल एवं खिलौना के द्वारा पाठ्यक्रम एवं अधिगम सामग्री निर्माण करने को कहा। कार्यशाला में संस्थान के योजना एवं नियोजन विभाग के विभागाध्यक्ष डा. हेम चन्द्र जोशी ने अधारभूत शिक्षा के अन्तर्गत बाल वाटिका की कक्षाओं के बुनियादी महत्व एवं पाठ्यक्रम के बारे में बताया। समन्वयक रमेश सिंह रावत ने नई शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा का विस्तारपूर्वक वर्णन करते हुए बच्चों के लिए खेल-खिलौना, चित्रकला, पहेलियों, गीत कविता कहानियों के माध्यम से अधिगम सामग्री निर्माण करने के महत्व को बताया। कार्यशाला में डायट रूद्रप्रयाग से भुवनेश्वरी चन्द्रानी, डायट उधम सिंह नगर से डा. अजन्ता बिष्ट, डायट बागेश्वर से डा. हरीश जोशी, डायट भीमताल से कविता मेहरा, डायट अल्मोड़ा से कार्यशाला सह समन्वयक डा. हेमलता धामी एवं बाल विकास विभाग से वसु पाण्डेय, मन्जू दुर्गापाल ने प्रतिभाग किया। कार्यशाला में डा. दीपक मेहता, डा. पवनेष ठकुराठी, कुपाल सिंह शीला, दिनेश तिवारी, प्रेमा गड़कोटी, संजय कुमार, दिनेश चन्द्र, उमेश मिश्रा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रमेश सिंह रावत द्वारा किया गया।