पूर्णाहुति के साथ पंचगव्य आचमन शुद्धिकरण यात्रा का समापन
ऋषिकेश। भैरव सेना देवभूमि भैरव वाहिनी की 9 अप्रैल से प्रारंभ हुई सात दिवसीय पंचगव्य शुद्धिकरण अभियान यात्रा शनिवार को ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर हवन की पूर्णाहुति के साथ समाप्त हुई। इस दौरान सभी तीर्थों में पंचगव्य आचमन अनिवार्य करने का शासनादेश जारी करने की मांग की गई। भैरव सेना के केंद्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि पंचगव्य शुद्धिकरण अभियान यात्रा के पड़ावों में यमुनोत्री धाम, हनुमान चट्टी, जानकी चट्टी, गंगोत्री धाम, उत्तरकाशी महाकाल विश्वनाथ मंदिर, चौरंगीनाथ, धारी देवी, रुद्रप्रयाग कोटेश्वर महादेव, रुद्रनाथ, गौरीकुंड, त्रिजुगी नारायण, गुप्तकाशी महाकाल, अर्द्धनारीश्वर, शीतकालीन केदारनाथ ऊखीमठ, मग्गूमठ्ठ, तुंगनाथ, अनुसूइया देवी, गोपीनाथ, जोशीमठ शीतकालीन बद्रीनाथ धाम, नृसिंह मंदिर, कर्णप्रयाग, श्रीनगर, देवप्रयाग, ऋषिकेश त्रिवेणी घाट आदि शामिल रहे। केशव स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि अवैध धार्मिक घुसपैठ रोकने में पंचगव्य का आचमन अनिवार्य किये जाने का उपाय कारगर होगा। इसकी मांग संगठन विगत कई वर्षों से तीर्थ बचाओ अभियान के अंतर्गत जन चेतना के माध्यम से कर रहा है। मौके पर षड्दर्शन साधु समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत गोपाल गिरी, गंगा सभा ऋषिकेश के कार्यकारी अध्यक्ष राहुल शर्मा, यात्रा संयोजक प्रदेश मीडिया प्रभारी करण शर्मा, कोषाध्यक्ष संजय पंवार, प्रदेश उपाध्यक्ष अरुण बुटोला, प्रदीप नगवाल, आचार्य धीरेन्द्र पंत आदि मौजूद रहे।