पूर्णागिरि सड़क से मलबा हटाने में खर्च हो गए साढ़े पांच लाख

चम्पावत(आरएनएस)। पूर्णागिरि मार्ग के बाटनागाड़ नाले से मलबा हटाने में अब तक साढ़े पांच लाख से अधिक खर्च हो गए हैं। जबकि अभी मानसून सत्र का सीजन शुरु हुआ है। मलबा हटाने में लगी मशीनें तकरीबन एक लाख का डीजल 24 घंटे में खा रही हैं। मानसून सत्र शुरु होते ही पूर्णागिरि मार्ग से लगे बाटनागाड़ नाले में वर्तमान तक 18 से अधिक बार मलबा और बोल्डर आ गए हैं। जिसे हटाने में लगी मशीनें लाखों रुपये का डीजल फूंक चुकी हैं। बीते पांच से आठ जुलाई को मूसलाधार बारिश के बाद बाटनागाड़ में भू-स्खलन के कारण करीब एक किलोमीटर लंबे हिस्से में भारी मात्रा में मलबा एकत्र हो गया था। जिसे हटाने में चार दिन से अधिक का समय लग गया। मलबे को हटाने के लिए एक पोकलैंड मशीन और दो बुलडोजर तैनात हैं। लोनिवि के एई लक्ष्मण सामंत ने बताया कि मलबा हटाने में ही अब तक साढ़े पांच लाख से अधिक का खर्चा आ गया है। बताया कि बाटनागाड़ में पुल निर्माण के लिए डीपीआर बनाने की तैयारी की जा रही है। मंदिर समिति के पदाधिकारी नीरज पांडेय, कालीगूंठ प्रधान प्रतिनिधि मनोज पांडेय ने कहा कि हर साल मानसून सीजन में लाखों रुपये मलबा हटाने में लगाने के बजाए एक बार पुल का निर्माण किया जाए।


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