
कोटद्वार(आरएनएस)। यूपी-उत्तराखंड सीमा पर बुधवार देर रात रामलीला देखकर घर लौट रहीं महिलाओं और उनके परिजनों पर शरारती युवकों ने पटाखे फेंकने के साथ ही अभद्रता करते हुए जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया था। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची कोटद्वार पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए देवरामपुर के लोगों ने न केवल हंगामा किया था, बल्कि पुलिस पर बरस पड़े थे। पुलिस और आक्रोशित लोगों के बीच तीखी झड़प हुई थी। इस दौरान उपनिरीक्षक विनोद चपराना खुद को भीड़ से बचाया था। एसएसआई राजविक्रम सिंह का कहना था भीड़ ने पुलिस वाहन को भी निशाना बनाया। पथराव और डंडों से हमला किया गया था। एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने सीओ कोटद्वार निहारिका सेमवाल को तत्काल पुलिस टीम गठित कर हमलावरों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। कोतवाल रमेश तनवार ने बताया कि जिन 10 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है, उनमें देवरामपुर निवासी बबली, अंजलि, सुनीता, सुषमा, कविता, रीता, गीता व गीता, संगीता व संगीता शामिल हैं। इनके अलावा आरोपी अमन, वेदप्रकाश, संजय सिंह, वीरेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
कोतवाल ने बताया कि गिरफ्तार लोगों समेत 22 नामजद एवं 10 से 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तार 10 महिलाओं और 4 पुरुषों को न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय के आदेश पर सभी को जेल भेज दिया गया। शेष नामजद फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी है। वहीं, अज्ञात लोगों की पहचान के भी प्रयास किए जा रहे हैं।





