
देहरादून(आरएनएस)। राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रदेश की समस्याओं को लेकर ज्ञापन देने जा रहे उक्रांद कार्यकर्ताओं को पुलिस ने रोक दिया। आरोप है कि पार्टी की केंद्रीय महामंत्री किरण रावत को पुलिस ने उनके घर पर ही नजरबंद कर दिया। उक्रांद कार्यकार्ता रविवार सुबह केंद्रीय कार्यालय में एकत्रित हुए। यहां से प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में जाने के लिए निकले ही थे कि पुलिस ने द्रोण चौक पर उन्हें रोक दिया। कार्यकर्ताओं को आगे नहीं जाने दिया गया। दल के महानगर अध्यक्ष परवीन चंद रमोला ने कहा कि 25 वर्षों में उत्तराखंड राज्य ने क्या पाया यह आज सबसे बड़ा प्रश्न है। इन 25 वर्षों में यदि हम पीछे देखे तो राज्य की मूल भूत समस्याएं आज भी बदहाल है। दल के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष पुष्पेश त्रिपाठी ने कहा कि इन 25 वर्षों में राष्ट्रीय दलों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पलायन, स्थाई राजधानी गैरसैंण हो या प्रदेश की परिसंपत्तियों का बंटवारा इन पर आज तक कोई कार्य नहीं किया। दल के केंद्रीय उपाध्यक्ष जयप्रकाश उपाध्याय ने कहा कि आज चाहे सरकार राज्य के 25 वर्ष को रजत जयंती रूप में मना रही हो, लेकिन आज भी मूल निवास और भू कानून को लेकर सरकार राज्य वासियों को गुमराह कर रही है। पुलिस ने इस दौरान उन्हें आगे नहीं जाने दिया तो उन्होंने प्रशासन के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा। मौके पर पूर्व केंद्रीय युवा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, पंकज व्यास, अनूप बिष्ट,प्रदीप भंडारी,भोला चमोली,अंकेश भंडारी, यशपाल नेगी ,संदीप असवाल,अशोक नेगी, बहादुर सिंह रावत,प्रमिला रावत,उत्तम रावत आदि मौजूद थे। सुबह सात बजे घर पर पहुंची पुलिस उधर, उक्रांद की केंद्रीय महामंत्री किरण रावत ने बताया कि रविवार सुबह सात बजे उनके सेवलाकला स्थित घर पर पहुंच गई थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उन्हें शहर में जाने नहीं दिया। कहा गया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखने हुए यह निर्णय लिया गया है। किरण ने बताया कि प्रधानमंत्री एफआरआई से जाने के बाद पुलिस घर से निकली। पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक चंद्रभान अधिकारी ने कहा कि नजरबंद नहीं किया गया था, सुरक्षा को देखते हुए उन्हें घर पर रोका गया।





