कोरोना के खिलाफ जंग में ना हो डॉक्टरों की कमी: पीएम मोदी
केंद्र सरकार ने दी कई फैसलों को मंजूरी
नई दिल्ली, (आरएनएस)। संक्रमण के खिलाफ जंग में मानव संसाधन की बढ़ती मांग की सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समीक्षा की। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस दौरान कई अहम फैसलों को मंजूरी दी जिससे कोविड ड्यूटी में चिकित्साकर्मियों की उपलब्धता बढ़ेगी।
इन फैसलों के तहत बड़ी संख्या में क्वालिफाइड डॉक्टर कोविड ड्यूटी के लिए उपलब्ध होंगे। यह भी तय किया गया है कि मेडिकल इंटर्न्स की कोविड मैनेजमेंट में ड्यूटी लगाई जाएगी। एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों को भी टेली-कंसल्टिंग और हल्के लक्षण वाले मरीजों की निगरानी आदि में लगाया जाएगा, जिससे डॉक्टरों से काम का कुछ बोझ हटेगा। फाइनल ईयर पीजी स्टूटेंड्स रेजिडेंट्स के रूप में तब तक सेवा दे सकते हैं जब तक नया बैच नहीं आ जाता है। बी.एससी/जीएनएम क्वालिफाइड नर्सेज का उपयोग सीनियर डॉक्टरों की निगरानी में फुल टाइम कोविड नर्सिंग ड्यूटी में किया जा सकता है। जो डॉक्टर कम से कम 100 दिन की कोविड ड्यूटी पूरी कर लेंगे उन्हें सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी। मेडिकल स्टूड़ेंट्स/ प्रफेशनल्स जो कोविड ड्यूटी करेंगे उनका पहले टीकाकरण किया जाएगा। साथ ही इन्हें हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम में भी शामिल किया जाएगा। ऐसे प्रफेशनल्स जो कम से कम 100 दिन की कोविड ड्यूटी करेंगे उन्हें केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री कोविड नेशनल सर्विस सम्मान दिया जाएगा।
4 महीने के लिए स्थगित होगी नीट परीक्षा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना महामारी संकट और मेडिकल स्टाफ की संख्या बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार नीट-पीजी परीक्षा कम-से-कम 4 महीने के लिए स्थगित की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी के फैसले के अनुसार एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्रों की सेवा हल्के कोविड-19 लक्षण वाले परीजों की मॉनिटरिंग के लिए ली जाएगी। बीएससी (नर्सिंग)/जीएनएम पास नर्सों की सेवाएं सीनियर डॉक्टरों की निगरानी में फुल-टाइम नर्सिंग ड्यूटी के लिए ली जाएंगी। नीट-पीजी परीक्षा को कम से कम 4 महीने के लिए टाल दिया गया है और 31 अगस्त 2021 से पहले परीक्षा नहीं होगा।