पीएम मोदी को स्लोगन ट्वीट कर शिक्षक-कर्मचारियों ने मांगी पुरानी पेंशन

अल्मोड़ा। पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग को लेकर शिक्षक-कर्मचारी सोशल मीडिया में मुखर हो गये हैं। रविवार को शिक्षक-कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री समेत कई अन्य मंत्रियों को स्लोगन ट्वीट कर पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। जिलेभर से एक दिन में एक हजार से अधिक शिक्षक-कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री सहित कई अन्य मत्रियों को ट्वीटर पर ट्वीट कर पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग की। भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के आह्वान पर रविवार को पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग को लेकर देशभर के शिक्षक-कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री सहित कई अन्य मंत्रियों को ट्वीटर पर ट्वीट किया। अल्मोड़ा में भी जिला कार्यकारिणी के आह्वान पर शिक्षक-कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाल करो, नई पेंशन योजना कर्मचारी हितों के खिलाफ है सहित कई श्लोगन तैयार कर प्रधानमंत्री, वित्त, रेलमंत्री, गृहमंत्री, प्रदेश के मुख्य मंत्री सहित अन्य विशिष्ट लोगों को ट्वीट किया। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के जिलाध्यक्ष गणेश सिंह भंडारी ने बताया कि रविवार को अल्मोड़ा जिले से जिला मंत्री भूपाल चिलवाल, जिला कोषाध्यक्ष दीपक तिवारी, धीरेंद्र कुमार पाठक, नितेश कांडपाल, बलवीर भाकुनी, राजू माहरा, मनोज शर्मा, मनोज बिष्ट, सोनी उपाध्याय, निधि डांगी, मनोज जोशी, किशोर जोशी, जगदीश भंडारी, कुलदीप जोशी, मीनाक्षी जोशी, रामेश्वर बहुगुणा, मीना शर्मा, तारा बिष्ट, मनोज शर्मा, पवन कुमार सहित एक हजार से अधिक शिक्षक-कर्मचारियों ने ट्वीट किया। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के जिलाध्यक्ष गणेश सिंह भंडारी का कहना है कि नई पेंशन व्यवस्था निजीकरण का ही एक अंग है। इस छोटे निजीकरण का शिक्षक-कर्मचारी दंश झेल रहे हैं। नई पेंशन योजना देश, कर्मचारी, देशवाहियों के हित में नहीं है। कर्मचारियों की सबसे बड़ी समस्या पुरानी पेंशन बहाली को लेकर हैं। सरकार ने तमाम विभागों को निजीकरण करना शुरू कर दिया है। जिससे कर्मचारियों को तमाम दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। पुरानी पेंशन बहाल करने को लेकर आज प्रधानमंत्री सहित अन्य मंत्रियों को शिक्षक-कर्मचारियों ने श्लोगन ट्वीट किया। देशभर से एक घंटे में 62 हजार से अधिक शिक्षक-कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली को ट्वीट किया।


शेयर करें