पिथौरागढ़ जिले में जमकर बरसे मेघ, तो मैदानी जिलों में बारिश को तरसे

 देहरादून। मार्च और अप्रैल में बारिश न होने से उत्तराखंड में सूखे जैसे हालात बन गए थे। लेकिन मई माह की शुरुआत से बदरा जमकर बरस रहे हैं। मौसम विशेषज्ञ 20 मई के बाद प्री-मानसून आने की संभावना जता रहे हैं। इससे पहले ही प्रदेश में सामान्य से 54 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार 16 मई तक यहां 35.1 मिलीमीटर वर्षा सामान्य मानी जाती है। जबकि इस साल अब तक 54 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हो चुकी है।प्रदेश के 13 जिलों में से 6 पहाड़ी जिलों में सामान्य से काफी ज्यादा बारिश हुई है। पिथौरागढ़ जिले में सामान्य से 227 फीसदी अधिक बारिश हुई है, जो राज्य में सबसे ज्यादा है।
दूसरे नंबर पर बागेश्वर जिला है, यहां 112 फीसदी ज्यादा वर्षा हुई है। कुल मिलाकर कर देखें तो कुमाऊं मंडल में मौसम सबसे ज्यादा मेहरबान रहा है। वहीं हरिद्वार, देहरादून, नैनीताल जिलों में सामान्य से सबसे कम बारिश हुई है। हरिद्वार में 63 फीसदी कम वर्षा रिकॉर्ड हुई है। मई माह में हुई बारिश ने प्रचंड गर्मी से राहत मिली है, लेकिन चटक धूप खिलने की उमस में भी इजाफा हो रहा है।