
अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती वर्ष के अंतर्गत पेंशनरों के हित में बुधवार को विकास भवन में विभिन्न जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। मुख्य कोषाधिकारी वीरेंद्र रावत ने बताया कि इस अवसर पर पेंशनरों के जीवन प्रमाणपत्र को डिजिटल माध्यम से जमा करवाने की प्रक्रिया के संबंध में जानकारी, प्रशिक्षण और जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि पेंशनरों को आयकर से जुड़ी जानकारी, राज्य स्वास्थ्य योजना और चिकित्सा प्रतिपूर्ति से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से पेंशनरों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर भी लगाया गया। मुख्य कोषाधिकारी ने बताया कि पुलिस विभाग और विभिन्न बैंकों के सहयोग से पेंशनरों को साइबर ठगी से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया गया। वहीं, डाक विभाग की ओर से 80 वर्ष से अधिक आयु वाले पेंशनरों और पारिवारिक पेंशनरों के लिए जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की डोर-स्टेप सुविधा के संबंध में जानकारी दी गई। उन्होंने आगे बताया कि शुक्रवार को विकास भवन में जनपद स्तर पर कार्यरत विभिन्न आहरण-वितरण अधिकारियों के लिए बैठक आयोजित की गई, जिसमें पेंशन स्वीकृति और पारिवारिक पेंशन प्रारंभ करने में आने वाली व्यावहारिक कठिनाइयों पर चर्चा की गई। इस दौरान देयकों और पेंशन प्रपत्रों में पाई जाने वाली त्रुटियों की समीक्षा कर उनके समाधान के उपाय भी सुझाए गए।





