पेंशन से फिर अंशदान कटौती पर चढ़ा पारा
ऋषिकेश। सेवानिवृत्त राजकीय पेंशनर्स संगठन ने गोल्डन कार्ड के नवीनीकरण के नाम पर जून की मासिक पेंशन से फिर अंशदान कटौती पर नाराजगी जतायी है। चेताया कि पहले के पांच महीने समेत अभी हुई अंशदान कटौती को जल्द वापस नहीं किया तो पेंशनर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। रविवार को मुनिकीरेती-ढालवाला स्थित कार्यालय में सेवानिवृत्त राजकीय पेंशनर्स संगठन की बैठक संगठन अध्यक्ष शूरवीर सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई। इसमें पेंशनरों से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई। गोल्डन कार्ड के नवीनीकरण के नाम पर पेंशन से अंशदान कटौती पर नाराजगी जताते हुए पेंशनरों ने कहा कि पहले मई 2022 में कार्ड नवीनीकरण के लिए छह महीने की जगह 11 माह के अंशदान की कटौती की गई थी। आपत्ति जताने पर पांच महीने के अंशदान कटौती को पेंशन में समायोजित करने का आश्वासन दिया गया था। पहली की गई अतिरिक्त अंशदान कटौती को समायोजित करने की बजाय पेंशन से जून महीने में फिर अंशदान की कटौती कर ली गई। पेंशनरों ने एक स्वर में निदेशक कोषागार पेंशन एवं हकदारी उत्तराखंड से पेंशन से अंशदान के रुप में की गई अतिरिक्त कटौती को वापस करने की मांग उठाई गई। संगठन मंत्री वीरेंद्र पोखरियाल ने कहा कि गोल्डन कार्ड के नवीनीकरण के बाद ही अस्पताल में उपचार की सुविधा मिलेगी। नवीनीकरण की आड़ में सेवानिवृत्त कर्मियों पर आर्थिक बोझ डाल रहे हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए। मौके पर कोषाध्यक्ष जबर सिंह पंवार, शीला रतूड़ी, निर्मला नेगी, एसडी उनियाल, प्रेम लाल उनियाल, सीडी पैन्यूली, गोपाल खंडूड़ी, एसएस असवाल, जीएस सुरियाल, पीबी थापा, डीपी बिजल्वाण, एसएस रावत, देवेंद्र जोशी, आरएम नौटियाल, आरएस भंडारी, सीएस बिष्ट, प्रेम दत्त डिमरी, आरपी रयाल, डीपी वेदवाल, केके वर्मा, डीबी रतूड़ी, एमएस बुटोला, ओमप्रकाश थपलियाल,एपी पैन्यूली, एमपी गैरोला, रामेश्वरदयाल शर्मा आदि मौजूद रहे।