
रुद्रप्रयाग। भारत चीन सीमा से सटे गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट सैलानियों के लिए शुक्रवार को विधिवत रूप से खोल दिए जाएंगे। जिसके बाद अब सैलानी नवंबर तक पार्क की सैर कर सकेंगे। यह दूसरी बार है जब पार्क के गेट गंगोत्री धाम के कपाट खोलने से पहले खोले गए हैं। गौरतलब है कि गंगोत्री धाम के कपाट अक्षय तृतीय पर 03 मई को देश-विदेश के श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
गंगोत्री नेशनल पार्क के उप निदेशक रंगनाथ पांडेय ने बताया कि शुक्रवार सुबह गंगोत्री से करीब दो किमी आगे कनखू बैरियर के पास स्थित कार्यालय में विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र का गेट खोल दिया जाएगा। कहा कि गंगा का उद्गम स्थल गोमुख गंगोत्री नेशनल पार्क क्षेत्र में पड़ता है। यह स्थान गंगोत्री से 22 किलोमीटर दूर है। इसके आसपास तपोवन, नंदनवन, कालिंदी पास के साथ शिवलिंग, भागीरथी प्रथम, द्वितीय, तृतीय जैसी अनाम चोटियां हैं, जो ट्रैकिंग और पर्वतारोहण के शौकीनों को अपनी ओर आर्कषित करती हैं। यहां पर हर वर्ष सैकड़ों सैलानी दीदार करने को पहुंचते हैं। कोरोना संक्रमण के कारण गत दो वर्षों में ट्रैक सुना पड़ा रहा और बहुत कम सैलानी ही गोमुख पहुंचे। लेकिन इस वर्ष मौसम को अनुकूल पाते हुए गंगोत्री धाम के कपाट उद्घाटन से पूर्व एक अप्रैल को ही गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट सैलानियों के लिए खोल दिया गया है। गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी प्रताप पंवार ने बताया कि गंगोत्री नेशनल पार्क का गेट शुक्रवार को सैलानियों के लिए खुल जाएगा। इसके बाद ट्रैकिंग और पर्वतारोहण का शौक रखने वाले पर्यटक आगामी 30 नवम्बर तक यहां का दीदार कर सकते हैं।