पार्षद और नगर निगम कर्मी के बीच हुआ विवाद, आधे दिन बाधित रही शहर की सफाई

रुडकी। नगर निगम के आउटसोर्स कर्मचारी के साथ एक पार्षद का विवाद पुलिस कोतवाली तक पंहुच गया। जबकि पार्षद के इस व्यवहार से खफा सभी नगर निगम कर्मचारियों ने काम भी बंद कर दिया। जिसके चलते सुबह की शिफ्ट में पूरे शहर की सफाई बाधित रही। जबकि मेयर की मध्यस्था के बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया। नगर निगम में जेसीबी पर तैनात आउटसोर्स कर्मचारी सलीम ने बताया कि आसफ नगर के पार्षद सचिन चौधरी ने उसको और उसके साथी को एक निजी जमीन से मलबा उठाने को कहा। कर्मचारी ने बताया कि निजी काम न करने की बात कहने पर पार्षद और उसके भतीजे ने उसके साथ मारपीट कर दी। रविवार शाम हुई घटना की सूचना नगर निगम कर्मचारियों को भी लग गई। पार्षद के व्यवहार के विरोध में सोमवार सुबह नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया। नगर निगम के कर्मचारियों ने सिविल लांइस कोतवाली में भी पार्षद के खिलाफ लिखित शिकायत की। जिसके बाद नगर निगम में जमा सभी कर्मचारियों ने पार्षद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आउटसोर्स कर्मचारी के पक्ष में नगर निगम के अन्य कर्मचारी भी आ खड़े हुए। सफाई कर्मचारियों के विरोध के चलते सुबह की शिफ्ट में कहीं से भी कूड़ा नहीं उठा। मामले की सूचना मेयर गौरव गोयल को भी लगी। मेयर गौरव गोयल ने पार्षद और कर्मचारियों के बीच नगर निगम सभागार में वार्ता कराकर दोनों पक्षों में समझौता करा दिया। जिसके बाद दोपहर बाद कर्मचारी भी काम पर लौट गए। पार्षद के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों में नरेश घोघलिया, बिजेंद्र, विनेश, नवीन, राहुल, रवि चौटाला, विकाश, जोगेंद्र, विनोद, प्रशांत, प्रमोद, विक्रांत, चेतन, जितेंद्र, राजीव, रवि, दीपक, राजेश, गोपाल, जगदीश, शुभम, शेर सिंह, सोनू आदि मौजूद रहे।