Skip to content

RNS INDIA NEWS

आपकी विश्वसनीय समाचार सेवा

Primary Menu
  • मुखपृष्ठ
  • अंतरराष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • राज्य
    • उत्तराखंड
      • अल्मोड़ा
      • उत्तरकाशी
      • ऊधम सिंह नगर
      • बागेश्वर
      • चम्पावत
      • नैनीताल
      • पिथौरागढ़
      • चमोली
      • देहरादून
      • पौड़ी
      • टिहरी
      • रुद्रप्रयाग
      • हरिद्वार
    • अरुणाचल
    • आंध्र प्रदेश
    • उत्तर प्रदेश
    • गुजरात
    • छत्तीसगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सोलन
    • दिल्ली
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • मणिपुर
    • राजस्थान
    • त्रिपुरा
  • अर्थ जगत
    • बाजार
  • खेल
  • विविध
    • संस्कृति
    • न्यायालय
    • रहन-सहन
    • मनोरंजन
      • बॉलीवुड
  • Contact Us
  • About Us
  • PRIVACY POLICY
Watch
  • Home
  • राष्ट्रीय
  • पैंगोन्ग झील पर नहीं थम रही चीन की चालबाजियां, अब शुरू किया दूसरे पुल का निर्माण
  • राष्ट्रीय

पैंगोन्ग झील पर नहीं थम रही चीन की चालबाजियां, अब शुरू किया दूसरे पुल का निर्माण

RNS INDIA NEWS 20/05/2022
default featured image

नई दिल्ली (आरएनएस)। पैंगोन्ग झील पर चीन की गतिविधियां थमी नहीं हैं। अब पड़ोसी ने झील पर दूसरे पुल का निर्माण शुरू कर दिया है। हाल ही में चीन ने भारत के दावे वाले इसी क्षेत्र में एक पुल का निर्माण किया था। कहा जा रहा है कि दूसरा पुल भारी बख्तरबंद वाहन की आवाजाही के लिए सक्षम होगा। फिलहाल, भारतीय सेना की तरफ से कथित निर्माण को लेकर प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अप्रैल में बनकर तैयार हुए संकरे पुल के बराबर में दूसरे पुल का निर्माण किया जा रहा है। सैटेलाइट तस्वीरों का आकलन करने वाले जानकार बताते हैं कि पहले पुल का इस्तेमाल क्रेन जैसे उपकरण का आवाजाही में इस्तेमाल हुआ, जो दूसरे पुल को तैयार करने के लिए जरूरी है।

जनवरी में जब पैंगोन्ग झील के उत्तरी और दक्षिण किनारों को जोडऩे वाले पुल के निर्माण की बात सामने आई थी, तो उसपर विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया दी थी। सरकार ने कहा था कि ढांचा जिस जगह पर स्थित है, वह 60 साल से ज्यादा समय से चीन के अवैध कब्जे में है। प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि भारत ने कभी भी ऐसा अवैध कब्जा स्वीकार नहीं किया।
आंकड़े बताते हैं कि दूसरा पुल 10 मीटर चौड़ा और 450 मीटर लंबा होगा। विश्लेषक डेमियन साइमन बताते हैं, पुल के दोनों छोर को जोड़ते हुए बराबर में सडक़ संपर्क का काम शुरू हो गया है।

ये दोनों पुल 134 किमी लंबी झील के सबसे संकरे हिस्से पर बने हुए हैं। पहला पुल उत्तरी किनारे पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की पोजिशन के दक्षिण में बना हुआ है। दोनों पुल उत्तरी किनारे से लेकर रुतोग स्थित पीएलए के अहम बेस की दूरी को कम कर देंगे। वास्तविक नियंत्रण रेखा के लद्दाख सेक्टर में भारत और चीनी सैनिकों के बीच जारी टकराव 2.5 साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है।
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया का कहना है कि निर्माण कार्य इस बात का संकेत है कि चीन इलाके में बना रहना चाहता है। उन्होंने कहा, यह झील पर सैन्य गतिविधियों को तेज करने में मदद करेगा।

शेयर करें..

Post navigation

Previous: रूस का पहला सैनिक यूक्रेन में युद्ध अपराध के लिए दोषी करार, आजीवन कारावास की हो सकती है सजा
Next: राज कुंद्रा की फिर बढ़ी मुश्किलें, पोर्न रैकेट केस में अब ईडी ने दर्ज किया मामला

Related Post

default featured image
  • राष्ट्रीय

करवाचौथ की रात बारह घरों में ठगी, नशीला खाना खिलाकर दुल्हनें जेवर-नकदी लेकर फरार

RNS INDIA NEWS 13/10/2025
default featured image
  • राष्ट्रीय

रील बनाने के नाम पर पुलिस कर्मी के बेटी से दुष्कर्म

RNS INDIA NEWS 12/10/2025
default featured image
  • राष्ट्रीय

एनडीए में सीट बंटवारा हुआ फाइनल, भाजपा और जदयू 101-101 सीटों पर लड़ेगी बिहार चुनाव

RNS INDIA NEWS 12/10/2025

यहाँ खोजें

Quick Links

  • About Us
  • Contact Us
  • PRIVACY POLICY

ताजा खबर

  • राशिफल 14 अक्टूबर
  • पैठाणी के गांवों में फिर सक्रिय हुआ भालू
  • चलते वाहन पर गिरा पत्थर, चालक घायल
  • संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटका श्रमिक
  • सैन्य धाम के अंतिम चरण के कार्य शीघ्र पूर्ण किए जाएं :  गणेश जोशी
  • ट्रस्ट की संपत्ति हड़पने के आरोप में दंपति और बेटे पर केस दर्ज

Copyright © rnsindianews.com | MoreNews by AF themes.