पहाड़ी एवं मैदानी क्षेत्र के लिए अलग नियमों पर पुर्नविचार करने की मांग

हरिद्वार(आरएनएस)।   तीर्थ सेवा न्यास के अध्यक्ष स्वामी राम विशाल दास ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नए भू-कानून में पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों के लिए भिन्न नियम लागू करने पर पुनर्विचार करने की मांग की है। प्रेस को जारी बयान में स्वामी रामविशाल दास महाराज ने कहा है कि प्रस्तावित भू-कानून में पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों के लिए अलग-अलग नियम बनाने का जो प्रस्ताव है, वह उत्तराखंड में क्षेत्रवाद को बढ़ावा देने का कार्य करेगा। यह नीति राज्य की एकता और समान विकास के सिद्धांतों के विपरीत प्रतीत होती है। इससे सामाजिक, क्षेत्रीय विभाजन, पहाड़ और मैदानी क्षेत्रों में आपसी वैमनस्य बढ़ सकता है, जो राज्य की एकता के लिए ठीक नहीं है।

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