पहाड़, पर्यटन और पहाड़ी फूड की योजना पर चमोली सीडीओ ने लिया फीडबैक

चमोली। पहाड़ी जिलों में उत्पादित होने वाली फसलों से बने पहाड़ी व्यंजनों को पर्यटकों, तीर्थयात्रियों को परोसा जाएगा। इसके लिए कवायद चमोली में शीघ्र शुरू हो सकती है। जिले में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के उदेश्य से मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र ने विभिन्न विभागों के साथ बैठक की। बैठक में पहाड़,पर्यटन और पहाड़ी फूड की योजना पर विस्तृत चर्चा कर फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि यात्रा तथा पर्यटन के लिए प्रत्येक वर्ष लाखों की तादात में पर्यटक यहां आते हैं। हमें स्थानीय व्यंजनों तथा उत्पादों का प्रचार प्रसार करना है। ताकि स्थानीय निवासियों तथा किसानों को अधिकतम लाभ मिल सके। उन्होंने सभी होटल, होम स्टे, रेस्टोरेंट व ढाबों में पर्यटकों के लिए स्थानीय गढ़वाली व्यंजन परोसने पर जोर दिया। कहा कि इससे पर्यटकों को यहां के पौष्टिकता से भरपूर स्थानीय व्यंजनों का जायका मिलेगा। उन्होंने पर्यटन अधिकारी को निर्देशित किया कि गेस्ट हाउस के साथ ही होटल संचालकों से भी बात करते हुए इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं। पर्यटकों को गढ़वाली व्यंजन में गहथ की दाल, मडुवे की रोटी, लाल चावल का भात, काफुला, चौंसा, झंगोरे की खीर, भटवांणी व चुलकाणी आदि व्यंजन परोसे जाएं और सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय बनाकर ठोस पहल के साथ इस दिशा में कार्य करें।

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