26/08/2025
‘रामणा लाल’ और ‘बौराणी’ धान को मिला राष्ट्रीय पंजीकरण

पर्वतीय कृषकों के अधिकारों को मिली नई पहचान अल्मोड़ा। उत्तराखंड की कृषि विविधता न केवल इस क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान है, बल्कि स्थानीय आजीविका, पोषण और पारंपरिक अनुकूलन का आधार भी रही है। धान हमेशा से यहां की पारंपरिक कृषि व्यवस्था का अहम हिस्सा रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों में पीढ़ी दर पीढ़ी संरक्षित की जा