नो इंट्री टाइम में बेखौफ चल रहे हाईवे पर भारी वाहन

विकासनगर। आकाश विकलांग सेवा समिति सहसपुर ने एसडीएम विकासनगर को एक ज्ञापन प्रेषित कर कहा कि हरबर्टपुर-देहरादून हाईवे पर सुबह सात बजे से लेकर रात के दस बजे तक भारी वाहनों, खनन के डंपर और ट्रकों पर पिछले कई वर्षों से प्रतिबंध है। ऐसे में नो इंट्री टाइम पर भारी वाहन कैसे हाईवे पर बखौफ चलाए जा रहे हैं। कहा कि 20 अगस्त को एक डंपर ने चार बजे अपरान्ह एक छह वर्षीय बच्चे को कुचल डाला। उक्त डंपर के खिलाफ जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही हाईवे पर हजारों ई-रिक्शा ठेकेदारों के चल रहे हैं। जिनमें कई चालक नाबालिग है और बिना डीएल के हैं। जिससे आये दिन दुर्घटनायें हो रही हैं। ऐसे ई-रिक्शा के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए। प्रशासनिक अधिकारी विकासनगर के माध्यम से एसडीएम को प्रेषित ज्ञापन में आकाश विकालांग सेवा समिति सहसपुर ने कहा कि वैध और अवैध खनन के डंपरों, ट्रकों व भारी वाहनों की आवाजाही से पूर्व में हरबर्टपुर-देहरादून, देहरादून-शिमला बाईपास रोड पर कई हादसे हो चुके हैं। जिनमें कई लोगों की जिंदगियां चली गयी। ऐसे में जिला प्रशासन ने पूर्व में व्यवस्था की थी कि सुबह सात बजे से लेकर रात दस बजे तक दोनों मार्गों पर भारी वाहन नहीं चलेंगे। लेकिन कुछ महीनों से प्रशासन के कायदे कानूनों को ताक पर रखकर भारी वाहन हाईवे पर नो इंट्री टाइम में बेखौफ चल रहे हैं। इन वाहनों की स्पीड इतनी तेज होती है कि यह सामने से आने जाने वाले वाहनों को कहीं पर भी रौंद देते हैं। कहा कि 20 अगस्त को नो इंट्री टाइम पर देहरादून से हरबर्टपुर की ओर जा रहे डंपर ने एक छह वर्षीय बच्चे को कुचल डाला, जिससे बच्चे की मौके पर मौत हो गयी। कहा कि उक्त डंपर नो इंट्री टाइम में कैसे हाईवे पर चला उसकी जांच कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके अलावा नो इंट्री टाइम पर भारी वाहनों व डंपरों पर सख्त रोक लगाई जाय। वहीं विकासनगर, हरबर्टपुर, सहसपुर, सेलाकुई, ढकरानी, ढालीपुर रोड पर ठेकेदारों के हजारों ई-रिक्शा घूम रहे हैं। जिसमें कई ई-रिक्शा को जुगाड़ वाहन बनाकर उन्हें मालवाहक वाहन बनाया गया है। इन ई-रिक्शा चालक नाबालिग और बिना डीएल के चल रहे हैं। जिससे आये दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। ऐसे ई-रिक्शा के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई कर हादसों पर रोक लगाकर मासूमों की जिंदगी को बचाया जाय। ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष सुंदर थापा, सोनू, आसिफ, इरफान अहमद, निशारत अली, मो. सुहेल, साहिन, सूरजपाला सिंह आदि शामिल रहे।