निर्वाण आश्रम में राजा हरिश्चंद्र तारामती का दृश्य निर्माण कराया

रुड़की। मालवीय चौक स्थित निर्वाण आश्रम में राजा हरिश्चंद्र तारामती का सुंदर दृश्य का निर्माण कराया। जिसका अनावरण चंचल वाधवा की ओर से किया गया। चंचल वाधवा ने कहा कि हम सभी को अपने पूर्वजों पितरों की याद में दान पुण्य का कार्य करना चाहिए ताकि इससे जीवन में हमेशा दूसरों को सीख मिले। निर्वाण आश्रम समिति के अध्यक्ष मनमोहन शर्मा ने इस सुंदर दृश्य को बनवाने के लिए समिति की ओर से चंचल वाधवा का धन्यवाद किया। निर्वाण समिति के सचिव धर्मवीर पिंकी ने बताया कि ऐसे महापुरुष राजा हरिश्चंद्र जिनकी धर्म की परीक्षा ऋषि विश्वामित्र द्वारा ली गई। परीक्षा में राजा हरिश्चंद्र ने अपना राज्य विश्वामित्र को दान में दे दिया और अपनी पत्नी तारामती और पुत्र रोहिताश को एक ब्राह्मण के हाथों बेच दिया और स्वयं भी एक चांडाल के यहां बेचकर ऋषि विश्वामित्र की दक्षिणा पूरी की। सचिव धर्मवीर पिंकी ने बताया कि राजा हरिश्चंद्र तारामती का सुंदर दृश्य स्वर्गीय वेद प्रकाश वाधवा की याद में उनकी पत्नी चंचल वाधवा एवं उनके पुत्र पुनीत वाधवा व पुत्री रितु वाधवा द्वारा निर्माण कराया। इस मौके पर सतपाल अरोड़ा, सुरेंद्र, राम प्रकाश, हरिमोहन कपूर, मनमोहन शर्मा, धर्मवीर पिंकी, अनिल आहूजा, पूनम आहूजा, गगन वाधवा, श्याम सुंदर, मनोज वाधवा, अशोक भूटानी, रमेश भटेजा, रविशंकर शर्मा, राम सिंह, विजय दुआ, गौरव मेहंदीरत्ता, विजय गुप्ता, केएल चानना, सुदर्शन चांदना, सुधीर, राकेश अग्रवाल, रिंकू चड्ढा और अनुज अग्रवाल आदि मौजूद रहे।